मुहावरे (muhawre)
- SSC GD , CISF ,BSF , ITBP , NIA , CRPF , SSB एवं अन्य कांस्टेबल ,हेड कांस्टेबल और ट्रैडमेन परीक्षा के लिए
- अंक भरना – स्नेह से लिपटा लेना
- अंग टूटना – थकान से दर्द होना
- अंगार बनना – लाल होना या क्रुद्ध होना
- अंगारों पर पैर रखना – जानबूझकर हानिकारक काम करना
- अंगारों पर लोटना – दुःख सहना
- अंगूठा दिखाना – वक्त पर घोखा देना
- अंचरा पसारना – याचना करना या माँगना
- अण्टी मारना – चाल चलना
- अण्ड-वण्ड कहना – भला बुरा कहना
- अंधाधुंध लुटाना – बिना विचारे खर्च करना
- अँधा बनना – आगे पीछे कुछ न देखना
- अँधा बनाना – धोखा देना
- अँधा होना – विवेक भ्रष्ट हो जाना
- अंधे की लकड़ी – एक ही सहारा होना
- अंधेर खाता – अन्याय
- अंधेरनगरी – ऐसी जगह जहाँ धांधली का बोलबाला हो
- अक्ल पर पत्थर पड़ना – बुद्धि भ्रष्ट होना
- अक्ल की दुम – अपने को बड़ा होशियार समझने वाला
- अगले ज़माने का आदमी – सीधा सादा या ईमानदार
- अड़ियल टट्टू – अटक अटक कर या मुँह जोहकर काम करने वाला
- अढ़ाई दिन की हुकूमत – कुछ दिनों की शानोशौकत
- अन्न जल उठना – रहने का संयोग न होना या मर जाना
- अन्न लगना – स्वस्थ्य रहना
- अपना उल्लू सीधा करना – अपना काम निकालना
- अपना किया पाना – कर्म भोगना
- अपना सा मुँह लेकर रह जाना – शर्मिंदा होना
- अपनी खिचड़ी अलग पकाना – अलग रहना या स्वार्थी होना
- अपने पाँव आप कुल्हाड़ी मारना – संकट मोल लेना
- अपने पैरों खड़ा होना – स्वावलम्बी होना
- अपने मुँह मिया मिट्ठू होना – अपनी तारीफ खुद करना
- अब-तब करना – बहाना करना
- अब-तब होना – परेशां करना या मरने के करीब होना
- आँच न आने देना – जरा भी कष्ट न होने देना
- आठ-आठ आँसू रोना – बुरी तरह पछताना
- आसान डोलना – विचलित या लुब्ध होना
- आस्तीन का साँप – कपटी मित्र
- आसमान टूट पड़ना – बहुत बड़ा संकट पड़ना
- आँखें खुलना – होश आना या सावधान होना
- आँखें चार होना – आमने सामने होना
- आँखें मूंदना – मर जाना
- आँखों में खून उतरना – अधिक क्रोध करना
- आँखों में गड़ना – की उत्कष्ट लालसा
- आँखें फेर लेना – उदासीन होना
- आँख मारना – इशारा करना
- आँखों में धूल झोकना – धोखा देना
- आँखें बिछाना – प्रेम से स्वागत करना
- आँखों का काँटा होना – शत्रु होना
- ईंट का जबाब पत्थर से देना – किसी की दुष्टता का करारा जबाब देना
- ईद का चाँद होना – बहुत दिनों बाद दिखाई देना
- उगल देना – गुप्त बात प्रकट कर देना
- उठा न रखना – कसर न छोड़ना
- उलटी गंगा बहाना – प्रतिकूल कार्य
- उड़ती चिड़िया पहचानना – मन की या रहस्य की बात ताड़ना
- उन्नीस बीस होना – मामूली फर्क
- एक आँख से देखना – बराबर मानना
- एक लाठी से सबको हाँकना – बिना उचित अनुचित का विचार किये व्यव्हार करना
- कल पड़ना – तसल्ली मिल जाना
- किरकिरा होना – विघ्न आना
- किस मर्ज की दवा – किस काम के
- कोसों दूर भागना – बहुत अलग रहना
- कलेजे पर सांप लोटना – कुढ़ना
- कलेजा ठंडा होना – संतोष होना
- कागजी घोड़े दौड़ाना – केवल लिखा पढ़ी करना
- कुत्ते की मौत मरना – बुरी तरह मरना
- किताबी कीड़ा होना – पढ़ने के सिवाय कुछ न करना
- कलम तोड़ना – बढ़िया लिखना
- काँटा निकलना – बढ़ा दूर होना
- कागज काला करना – बिना मतलब के कुछ लिखना
- किस खेत की मूली – शक्तिहीन या अधिकारहीन होना
- कुँआ खोदना – हानि पहुँचाने के यत्न करना
- खरी-खोटी सुनाना – भला बुरा कहना
- खरी-खरी सुनाना – कटु सत्य कहना
- खेत आना या खेत रहना – वीरगति को प्राप्त होना
- खून पसीना एक करना – कठिन परिश्रम करना
- खटाई में पड़ना – रुक जाना या झमेले में पड़ना
- खाक छानना – भटकना
- खेल खेलना – परेशान करना
- गाल बजाना – डींग हाँकना
- गिन गिनकर पैर रखना – सुस्त हद से ज्यादा सावधानी वरतना
- गुस्सा पीना – क्रोध को दबा लेना
- गला छूटना – पिण्ड छूटना
- गूलर का फूल होना – लापता होना
- गड़े मुर्दे उखाड़ना – दबी हुयी बात को फिर से उठाना
- गाँठ का पूरा – मालदार
- गाँठ में बाँधना – खूब याद रखना या अच्छे से याद रखना
- गुदड़ी का लाल – गरीब के घर गुणवान उत्पन्न होना
- घोड़े बेचकर सोना – बेफिक्र होना
- घड़ों पानी पड़ जाना – अत्यंत लज्जित होना
- घी के दीप जलाना – अप्रत्याशित लाभ पर प्रसन्नता
- घर बसाना – विवाह करना
- घर का न घाट का – कहीं का न होना
- घात लगाना – मौका ताकना
- चल बसना – मर जाना
- चार दिन की चाँदनी – थोड़े दिन का सुख
- चींटी के पर निकलना या जमना – विनाश के लक्षण प्रकट होना
- चूं न करना – सह जाना या जबाब न देना
- चण्डूखाने की गप – बहकी/बेतुकी बातें करना
- चादर से बाहर पाँव पसारना – आय से अधिक खर्च करना
- चाँद पर थूकना – सम्माननीय का अनादर या व्यर्थ निंदा करना
- चिराग तले अँधेरा – पंडित के घर घोर मूर्खता का आचरण
- चूड़ियां पहनना – स्त्री की तरह असमर्थता व्यक्त करना
- चेहरे पे हवाइयां उड़ना – डर जाना
- छप्पर फाड़कर देना – बिना परिश्रम के संपन्न हो जाना
- छक्के छूटना – बुरी तरह पराजित होना
- जल भुनकर पागल हो जाना – क्रोध से पागल होना
- जहर उगलना – अपमानजनक बातें कहना
- जीती मक्खी निगलना – जानबूझकर अशोभन या अभद्र कार्य करना
- जूते चाटना – चापलूसी करना
- जमीन पर पैर न रखना – अधिक घमंडी होना
- जान पर खेलना – साहसिक कार्य
- टका सा मुँह लेकर रहना – शर्मिंदा होना
- टट्टी की ओट शिकार खेलना – छिपे तौर पर किसी के विरुद्ध कुछ करना
- टाट उलटना – दिवाला निकलना
- तूती बोलना – प्रभाव जमाना
- तोते की तरह आँखें फेरना – बेमुरव्वत होना
- तीन तरह होना – तितर बितर होना
- टिल का ताड़ करना – बातों को तूल देना
- दौड़ धूप करना – बड़ी कोशिश करना
- दो कौड़ी का आदमी – तुच्छ या अविश्वसनीय आदमी
- दिन दूना रात चौगुनी – खूब उन्नति करना
- दो टूक बात कहना – स्पष्ट कह देना
- दो दिन का मेहमान – जल्द मरने वाला
- दूध के दांत न टूटना – अनुभवहीन या अज्ञानी होना
- धज्जियाँ उड़ाना – किसी के दोषों को चुन चुन कर गिनना
- निन्यानबे का फेर – धन जोड़ने का बुरा लालच
- नौ दो ग्यारह होना – चम्पत होना या भाग जाना
- न इधर का न उधर का – कहीं का नहीं
- नाच नचाना – तंग करना
- पेट में चूहे कूदना – बहुत जोरो की भूख लगना
- पट्टी पढ़ाना – बुरी राय देना
- पहाड़ टूट पड़ना – घोर विपत्ति आ पड़ना
- पौ बारह होना – खूब लाभ होना
- पांचों उँगलियाँ घी में – पुरे लाभ में
- पगड़ी रखना – इज्जत बचाना
- फूलना-फलना – कुलवान या धनवान होना
- बरस पड़ना – किसी पर गुस्सा निकलना
- बाँसों उछलना – बहुत ख़ुशी
- बाजी मारना – जीतना या आगे निकल जाना
- बट्टा लगाना – कलंक लगाना
- बाजार गर्म होना – काम में तेजी
- बाँछे खिलना – अत्यधिक प्रसन्न होना
- भाड़े का टट्टू – पैसे का गुलाम
- भीगी बिल्ली बनना – दबना याडर से दुबकना
- मक्खियाँ मारना – बेकार बैठे रहना
- मैदान मारना – लड़ाई जीतना
- मोटा असामी – मालदार
- मुट्ठी गर्म करना – घूस देना
- रंग जमाना – धाक जमाना
- रंग लाना – प्रभाव उत्पन्न करना
- रंग बदलना – परिवर्तित होना
- रास्ता देखना – इंतजार करना
- रोंगटे खड़े होना – चकित या भयभीत होना
- लकीर का फ़कीर होना – पुरानी प्रथाओं पर ही चलना
- लोहा मानना – श्रेष्ठ समझना
- लेने के देने पड़ना – लाभ के बदले हानि होना
- श्रीगणेश करना – शुभारम्भ करना
- सफ़ेद झूठ – सरासर झूठ
- सार्ड हो जाना – डरना या मरना
- सांप-छछूंदर की हालत होना – दुविधा में पड़ना
- सिक्का जमाना – प्रभाव जमना
- सवा सोलह आने सही – पूरी तरह सही होना
- हाथ मलना – पछताना
- हवा हो जाना – भाग जाना
- हवा का रुख देखना – समय की गति पहचान कर काम करना
- हुक्का पानी बंद करना – बिरादरी से निकाल देना
- हथेली पर सरसों जमाना – जल्दबाजी करना
- हाथ धो बैठना – गवा देना हाथ पीले करना
- हाथ पैर मारना – काफी प्रयत्न करना
- हाथ के तोते उड़ना – स्तब्ध होना
- हथियार डाल देना – हार मान लेना
Jay hind
ReplyDeleteHai🙂 hind
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