Hindi class no- 02 for SSC GD , CRPF , CISF , ITBP , NIA -Constable , Tradesman and Head Constable exam -वर्ण, वर्णमाला,स्वर , व्यंजन,अल्पप्राण , महाप्राण, घोष, अघोष,संयुक्त ध्वनि, द्वित्व ध्वनि , संयुक्ताक्षर , वर्णों की मात्राएँ , हलंत , चंद्रबिंदु
Class No- 02
वर्ण
वर्ण की परिभाषा :- हिन्दी भाषा में प्रयुक्त सबसे छोटी ध्वनि वर्ण कहलाती है। जैसे-अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, क्, ख् आदि।
वर्णमाला की परिभाषा :- वर्णों के समुदाय को ही वर्णमाला कहते हैं।
भारत सरकार द्वारा स्वीकृत मानक हिंदी वर्णमाला में 11 स्वर और 35 व्यंजन हैं। जिसमें ऋ(अर्धस्वर) को भी स्वर में ही गिना जाता है। हालांकि, पारंपरिक हिंदी वर्णमाला को 13 स्वरों और 33 व्यंजनों से बना माना जाता है , अतः भारत सरकार द्वारा कुल स्वीकृत मूलतः वर्णों की संख्या 46 हैं
हिन्दी वर्णमाला में मूल वर्ण 44 हैं। - ( 33 व्यंजन+ 11 स्वर)
11 स्वर
अ, आ, इ, ई, उ, ऊ
ए, ऐ, ओ, औ , और ऋ,
33 व्यंजन
क, ख, ग, घ, ङ
च, छ, ज, झ, ञ
ट, ठ, ड, ढ, ण,
त, थ, द, ध, न
प, फ, ब, भ, म
य, र, ल, व , श, ष, स, ह
हिन्दी में उच्चारण के आधार पर कुल 52 वर्ण होते हैं - ( 11 स्वर और 41 व्यंजन होते हैं)
संस्कृत वर्णमाला मे ऋ को भी स्वर माना गया है यदि इसको संमलित किया जाए तो कुल वर्ण की संख्या 53 हो जाएगा ।
लेखन के आधार पर 57 वर्ण होते हैं इसमें ( 12 स्वर , 41 व्यंजन तथा 4 संयुक्त व्यंजन होते हैं )
स्वर:- (12)
अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ, ऑ
व्यंजन:- (41)
क, ख, ग, घ, ङ (क़, ख़, ग़)
च, छ, ज, झ, ञ (ज़)
ट, ठ, ड, ढ, ण, (ड़, ढ़)
त, थ, द, ध, न
प, फ, ब, भ, म (फ़)
य, र, ल, व
श, श़, ष, स, ह
संयुक्त व्यंजन- ( 4)
क्ष, त्र, ज्ञ, श्र
अयोगवाह स्वर ( अनुस्वार ) - (2)
ऐसे वर्ण जिनमें स्वर एवं व्यंजन दोनों के गुण पाए जाते हैं, उन्हें अयोगवाह कहते हैं। हिंदी वर्णमाला में अनुस्वार(अं) एवं विसर्ग(अ:) अयोगवाह होते हैं।
अं, विसर्ग: अ:
उपरोक्त पर आधारित प्रश्न
Q1.हिंदी वर्णमाला में मूल वर्णों की संख्या है
52
44
42
39
उत्तर : - 44
Q2.. हिंदी में मूलतः वर्णों की संख्या है
44
46
52
53
उत्तर : -46
Q3. हिन्दी वर्णमाला में स्वरो की कुल संख्या कितनी है ?
10
11
12
13
उत्तर : - 11
Q4. हिन्दी में व्यंजनवर्णो की संख्या कितनी है ?
25
29
31
33
उत्तर : - 33
Q5. हिन्दी वर्णमाला में संयुक्त व्यंजन की संख्या कितनी होती है ?
4
7
6
11
उत्तर : -4
उच्चारण और प्रयोग के आधार पर हिन्दी वर्णमाला के भेद
वर्णमाला के दो भेद किए गए हैं
स्वर
व्यंजन
1. स्वर की परिभाषा:- जिन वर्णों का उच्चारण स्वतंत्र रूप से होता हो और जो व्यंजनों के उच्चारण में सहायक हों वे स्वर कहलाते है। ये संख्या में ग्यारह हैं अ, आ, इ, ई, उ, ऊ, ऋ, ए, ऐ, ओ, औ
उच्चारण के समय की दृष्टि से स्वर के तीन भेद किए गए हैं
ह्रस्व स्वर
दीर्घ स्वर
प्लुत स्वर
1. ह्रस्व स्वर या मूल स्वर :- जिन स्वरों के उच्चारण में कम-से-कम समय लगता हैं उन्हें ह्रस्व स्वर कहते हैं।
ये चार हैं - अ, इ, उ, ऋ। इन्हें मूल स्वर भी कहते हैं।
2. संधि स्वर ( दीर्घ स्वर और संयुक्त स्वर ) :- जिन स्वरों के उच्चारण में ह्रस्व स्वरों से दुगुना समय लगता है उन्हें दीर्घ स्वर कहते हैं।
ये हिन्दी में सात हैं - आ, ई, ऊ, ए, ऐ, ओ, औ
दीर्घ स्वर
अ+ अ = आ
इ+ इ = ई
उ+ उ = ऊ
संयुक्त स्वर
अ+इ = ए
अ+ए = ऐ
अ+उ = ओ
अ+ ओ = औ
नोट :- दीर्घ स्वरों को ह्रस्व स्वरों का दीर्घ रूप नहीं समझना चाहिए। यहाँ दीर्घ शब्द का प्रयोग उच्चारण में लगने वाले समय को आधार मानकर किया गया है।
3. प्लुत स्वर :- जिन स्वरों के उच्चारण में दीर्घ स्वरों से भी अधिक समय लगता है उन्हें प्लुत स्वर कहते हैं।
जैसे : - अ + उ + ं (म हलंत ) = ॐ
प्रायः इनका प्रयोग दूर से बुलाने में किया जाता है,यह त्रिमात्रिक स्वर है इसका प्रयोग किसी को पुकारने में या नाटक के संवादों में होता है।
इसका चिह्न (ऽ) है। इसका प्रयोग अकसर पुकारते समय किया जाता है।
जैसे- सुनोऽऽ, राऽऽम, ओऽऽम्।
जिह्वा के आधार पर स्वर के कितने भेद होते हैं
जिह्वा के आधार पर स्वर के तीन भेद होते हैं
अग्र स्वर
मध्य स्वर
पश्च स्वर
1.अग्र स्वर क्या है ?
जिन स्वरों का उच्चारण में जिह्वा का अग्रभाग काम करता है उसे अग्र स्वर कहते हैं
जैसे: ई, इ, ए, ऐ।।
2. मध्य स्वर क्या है ?
जिन स्वरों के उच्चारण में जिह्वा का मध्य भाग काम करता है उसे मध्य स्वर कहते हैं
जैसे: अ ।
3. पश्च स्वर क्या है ?
जिन स्वरों के उच्चारण में जिह्वा का पश्च भाग काम करता है उसे पश्च स्वर कहते हैं
जैसे: आ, ऊ, उ, ओ ,औ ।
उपरोक्त पर आधारित प्रश्न
Q6. उच्चारण और प्रयोग के आधार पर हिन्दी वर्णमाला के भेद कितने भेद है ?
स्वर
व्यंजन
सयुक्त
स्वर और व्यंजन
उत्तर : -स्वर और व्यंजन
Q7. उच्चारण के समय की दृष्टि से स्वर के कितने भेद किए गए हैं ?
तीन
चार
दो
इनमे से कोई नहीं ।
उत्तर : - तीन
Q8. निम्न में ‘स्वर’ के प्रकार का चयन करें
ह्स्व स्वर
दीर्घ स्वर
प्लुत स्वर
उपरोक्त तीनों स्वर के प्रकार होते हैं।
उत्तर : -उपरोक्त तीनों स्वर के प्रकार होते हैं।
Q 9. हिन्दी वर्णमाला में निम्न में ‘ह्स्व स्वर’ के कौन से वर्ण आते हैं
आ,ई,ऊ,ए,ऐ,ओ,औ
अ,इ,उ,ऋ
अॅं,आँ
इ,ई,ए,ऐ
उत्तर : -अ,इ,उ,ऋ
Q 10. हिन्दी वर्णमाला में निम्न में ‘दीर्घ स्वर’ के कौन से वर्ण आते हैं
आ,ई,ऊ,ए,ऐ,ओ,औ
इ,ई,ए,ऐ
अॅं,आँ
इ,ई,ए,ऐ
उत्तर : -आ,ई,ऊ,ए,ऐ,ओ,औ
Q 11. वह स्वर कौन सा है जिसके उच्चारण में दीर्घ स्वर से अधिक समय लगता लगभग 3 मात्राओं के बराबर समय लगता है इसे त्रिमासिक स्वर भी कहा जाता हैः-
अग्र दीर्घ स्वर
पश्च दीर्घ स्वर
प्लुत स्वर
उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर : -प्लुत स्वर
Q 12. निम्न में वर्णमाला के आधार पर ‘स्वर’ के प्रकार का चयन करें
A. अग्र स्वर
B. मध्य स्वर
C. पश्च स्वर
D. उपरोक्त में से तीनों सभी
उत्तर : - उपरोक्त में से तीनों सभी
2. व्यंजन की परिभाषा :- जिन वर्णों के पूर्ण उच्चारण के लिए स्वरों की सहायता ली जाती है वे व्यंजन कहलाते हैं। अर्थात व्यंजन बिना स्वरों की सहायता के बोले ही नहीं जा सकते। ये संख्या में 33 हैं।
व्यंजनों का अपना स्वरूप निम्नलिखित हैं :-
क् च् छ् ज् झ् त् थ् ध् आदि मे अ लगने पर व्यंजनों के नीचे का (हल) चिह्न हट जाता है।
तब ये इस प्रकार लिखे जाते हैं :-
क च छ ज झ त थ ध आदि।
क् + अ = क
च् + अ = च
त् + अ = त
ध् + अ = ध
व्यंजन के कितने भेद है ?
इसके निम्नलिखित छः भेद हैं :-
स्पर्श व्यंजन
अनुनासिक व्यंजन
अंतःस्थ व्यंजन
ऊष्म व्यंजन
उक्षिप्त व्यंजन/द्विगुण व्यंजन
सयुंक्त व्यंजन
1. स्पर्श व्यंजन :- जिनके उच्चारण में हवा फेफड़ों से निकलकर मुहं के किसी भाग को स्पर्श करें स्पर्शी व्यंजन कहलाते हैं।
इन्हें पाँच वर्गों में रखा गया है और हर वर्ग में पाँच-पाँच व्यंजन हैं। हर वर्ग का नाम पहले वर्ग के अनुसार रखा गया है,
जैसे :-
कवर्ग - क् ख् ग् घ् ड़् उच्चारण स्थान - कंठय
चवर्ग - च् छ् ज् झ् ञ् उच्चारण स्थान -तालब्य
टवर्ग - ट् ठ् ड् ढ् ण् (ड़् ढ्) उच्चारण स्थान -मूर्धन्य
तवर्ग - त् थ् द् ध् न् उच्चारण स्थान - दन्त्य
पवर्ग - प् फ् ब् भ् म् उच्चारण स्थान - ओष्ठय
2. अनुनासिक व्यंजन :- जिन व्यंजनों के उच्चारण में वायु नासिक मार्ग से निकलती है अनुनासिक व्यंजन कहलाती है
जैसे :-
ङ्, ञ्, ण्, न्, म्
म् - (ं)
3. अंतःस्थ व्यंजन :- ‘अन्तः’ का अर्थ होता है- ‘भीतर’। उच्चारण के समय जो व्यंजन मुँह के भीतर ही रहे उन्हें अन्तःस्थ व्यंजन कहते है
ये निम्नलिखित चार हैं :-
य् , र् , ल्, व्
4..ऊष्म व्यंजन :- उष्म का अर्थ होता है- गर्म। जिन वर्णो के उच्चारण के समय हवा मुँह के विभिन्न भागों से टकराये और साँस में गर्मी पैदा कर दे, उन्हें उष्म व्यंजन कहते है।
ये निम्नलिखित चार हैं :-
श् ष् स् ह।
5. उक्षिप्त व्यंजन/द्विगुण व्यंजन :- जिस व्यंजनों के उच्चारण में जीभ के अगले भाग को थोड़ा ऊपर उठाकर झटके से नीचे गिरता है , उक्षिप्त व्यंजन कहलाता है
या
जिन व्यंजनों के उच्चारण में युवा की उल्टी हुई नोक तालु को छूकर झटके से हट जाती है उसे , उक्षिप्त व्यंजन कहलाता है
ये कुल 2 होते हैं
ड़ - सघोष, अल्पप्राण
ढ़ - सघोष, महाप्राण
6. सयुंक्त व्यंजन:- दो व्यंजनों से मिलकर बने व्यंजन को संयुक्त व्यंजन कहते हैं।
इनकी संख्या 4 होती है।
जैसे- क्ष, त्र, ज्ञ, श्र
क्ष - क्+ष
त्र - त्+र
ज्ञ - ज्+ञ
श्र - श्+र
उच्चारण स्थान के आधार पर व्यंजनों का वर्गीकरण
व्यंजनों का उच्चारण करते समय हवा मुख के अलग-अलग भागों से टकराती है। उच्चारण के अंगों के आधार पर व्यंजनों का वर्गीकरण इस प्रकार है :
(i) कंठ्य (गले से) – क, ख, ग, घ, ङ
(ii) तालव्य (कठोर तालु से) – च, छ, ज, झ, ञ, य, श
(iii) मूर्धन्य (कठोर तालु के अगले भाग से) – ट, ठ, ड, ढ, ण, ड़, ढ़, ष
(iv) दंत्य (दाँतों से) – त, थ, द, ध, न
(v) वर्त्सय (दाँतों के मूल से) – स, ज, र, ल
(vi) ओष्ठय (दोनों होंठों से) – प, फ, ब, भ, म
(vii) दंतौष्ठय (निचले होंठ व ऊपरी दाँतों से) – व, फ
(viii) स्वर यंत्र से – ह
उपरोक्त पर आधारित प्रश्न
Q 13. हिन्दी वर्णमाला में सामान्यतः व्यंजन कितने प्रकार के होते हैं
A. 5
B. 4
C. 2
D. 6
उत्तर : - 6
Q 14. ‘स्पर्श व्यंजन’ कितने होते हैं
A. 27
B. 26
C. 30
D. 23
उत्तर : - 27
Q 15. अनुनासिक व्यंजन कितने होते हैं:-
A. 4
B. 3
C. 5
D. 6
उत्तर : -5
Q 16. अंतःस्थ व्यंजन कितने होते हैं:-
A. 3
B. 4
C. 5
D. 6
उत्तर : - 4
Q 17. ऊष्म व्यंजन कितने होते हैं
A. 3
B. 5
C. 4
D. 6
उत्तर : - 4
Q 18. ‘उत्क्ष्प्ति व्यंजन’ कितने होते हैं
A. 3
B. 2
C. 3
D. 4
उत्तर : -2
Q 19.‘संयुक्त व्यंजन’ के वर्ण बतायें
A. क्षः-क्+ष
B. त्रः-त्+र
C. ज्ञः-ज्+ञ
D. उपरोक्त सभी
उत्तर : -उपरोक्त सभी
Q 20. हिन्दी वर्णमाला में कोमल तालव्य(कंठ्य) व्यंजन कौन से हैं
A. क ख ग घ ङ
B. च छ ज झ ञ
C. ट ठ ड ढ ण
D. प फ ब भ म
उत्तर : - क ख ग घ ङ
Q 21. हिन्दी वर्णमाला में दन्त्य व्यंजन कौन से हैं
A. प फ ब भ म
B. ट ठ ड ढ ण
C. त,थ,द,ध,न
D. ट,ठ,प,फ,ण
उत्तर : -त,थ,द,ध,न
Q 22. हिन्दी वर्णमाला में मूर्धन्य व्यंजन कौन से हैं
A. प फ ब भ म
B. ट ठ ड ढ ण,ष
C. ट,ठ,प,फ,ण
D. त,थ,द,स,ण
उत्तर : -ट,ठ,प,फ,ण
Q 23. हिन्दी वर्णमाला में ओष्ठ्य व्यंजन कौन से हैं
A. प फ ब भ म
B. क,ख,प,फ,म
C. ट,ठ,प,फ,ण
D. त,थ,द,स,ण
उत्तर : -प फ ब भ म
Q 24. हिन्दी वर्णमाला में दन्त्योष्ठ्य व्यंजन कौन से हैं
A. व
B. य
C. र
D. ल
उत्तर : -व
श्वास (प्राण-वायु) की मात्रा के आधार पर व्यंजनों के भेद
प्राण का अर्थ है वायु - व्यंजनों का उच्चारण करते समय बाहर आने वाली श्वास-वायु की मात्रा
के आधार पर व्यंजनों के दो भेद हैं
अल्पप्राण
महाप्राण
1. अल्पप्राण व्यंजन:- जिन वर्णों के उच्चारण में वायु की सामान्य मात्रा रहती है और हकार जैसी ध्वनि बहुत ही कम होती है। वे अल्पप्राण कहलाते हैं।
सरल शब्दों में - जिन व्यंजनों के उच्चारण में श्वास-वायु कम मात्रा में बाहर निकलती है, उन्हें अल्पप्राण कहते हैं।
प्रत्येक वर्ग का पहला, तीसरा और पाँचवाँ वर्ण अल्पप्राण व्यंजन हैं।
जैसे- क, ग, ङ; ज, ञ; ट, ड, ण; त, द, न; प, ब, म,।
अन्तःस्थ (य, र, ल, व ) भी अल्पप्राण ही हैं।
2. महाप्राण व्यंजन :- जिनके उच्चारण में ‘हकार’-जैसी ध्वनि विशेष रूप से रहती है और श्वास अधिक मात्रा में निकलती हैं , उन्हें महाप्राण कहते हैं।
सरल शब्दों में- जिन व्यंजनों के उच्चारण में श्वास-वायु अल्पप्राण की तुलना में कुछ अधिक निकलती है और ‘ह’ जैसी ध्वनि होती है, उन्हें महाप्राण कहते हैं।
प्रत्येक वर्ग का दूसरा और चौथा वर्ण तथा समस्त ऊष्म वर्ण महाप्राण हैं।
जैसे- ख, घ; छ, झ; ठ, ढ; थ, ध; फ, भ और श, ष, स, ह।
संक्षेप में अल्पप्राण वर्णों की अपेक्षा महाप्राणों में प्राणवायु का उपयोग अधिक श्रमपूर्वक करना पड़ता हैं।
उपरोक्त पर आधारित प्रश्न
Q 25. जिन व्यंजन वर्णों के उच्चारण में मुख से कम श्वास निकलती है उन्हें क्या कहते है
A. महाप्राण व्यंजन
B. अल्पप्राण व्यंजन
C. प्राण व्यंजन
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर : - अल्पप्राण व्यंजन
Q 26. जिन व्यंजन वर्णों के उच्चारण में मुख से अधिक श्वास निकलती है उन्हें क्या कहते है
A. महाप्राण व्यंजन
B. अल्प व्यंजन
C. प्राण व्यंजन
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर : -महाप्राण व्यंजन
Q 27. निम्नलिखित में से महाप्राण ध्वनि नहीं है
A. क
B. घ
C. झ
D. य
उत्तर : - क
Q 28. निम्नलिखित में कौन सा अल्पप्राण ध्वनि है
A. अ , आ
B. क ,ग
C. य ,ध
D. फ ,भ
उत्तर : - क ,ग
घोष और अघोष व्यंजन
घोष का अर्थ है नाद या गूँज।
वर्णों के उच्चारण में होने वाली ध्वनि की गूँज के आधार पर वर्णों के दो भेद हैं-
घोष और
अघोष।
1. घोष या सघोष व्यंजन:- नाद की दृष्टि से जिन व्यंजनवर्णों के उच्चारण में स्वर-तन्त्रियाँ झंकृत होती हैं, वे घोष कहलाते हैं।
दूसरे शब्दों में- जिन वर्णों के उच्चारण में गले के कम्पन से गूँज-सी होती है, उन्हें घोष या सघोष कहते हैं।
जैसे- ग, घ, ड़, ज, झ, ञ, ड, ढ, ण, द, ध, न, ब, भ, म, य, र, ल, व
(वर्गों के अंतिम तीन वर्ण और अंतस्थ व्यंजन) तथा सभी स्वर घोष हैं।
घोष ध्वनियों के उच्चारण में स्वर-तंत्रियाँ आपस में मिल जाती हैं और वायु धक्का देते बाहर निकलती है। फलतः झंकृति पैदा होती है।
2. अघोष व्यंजन :- नाद की दृष्टि से जिन व्यंजन वर्णों के उच्चारण में स्वर-तन्त्रियाँ झंकृत नहीं होती हैं, वे अघोष कहलाते हैं।
दूसरे शब्दों में- जिन वर्णों के उच्चारण में गले में कम्पन नहीं होता, उन्हें अघोष कहते हैं।
जैसे- क, ख, च, छ, ट, ठ, त, थ, प, फ (वर्गों के पहले दो वर्ण) तथा श, ष, स अघोष हैं।
अघोष वर्णों के उच्चारण में स्वर-तंत्रियाँ परस्पर नहीं मिलतीं। फलतः, वायु, आसानी से निकल जाती है।
उपरोक्त पर आधारित प्रश्न
Q 29 .हिंदी के वे कौन से व्यंजन हैं जिन्हें वर्णों का उच्चारण करते समय से श्वास हवा गले निकलते समय स्वतंत्र रुप से कम्पन पैदा करती है
A. केवल घोष ध्वनियाँ
B. केवल सघोषध्वनियाँ
C. अघोष ध्वनियाँ
D. घोष ध्वनियाँ या सघोषध्वनियाँ
उत्तर : -घोष ध्वनियाँ या सघोषध्वनियाँ
Q 30 .हिंदी के वे कौन से व्यंजन हैं जिनके वर्णों का उच्चारण करते समय केवल स्वास का प्रयोग किया जाए
A. सघोष
B. अघोष
C. अल्पप्राण
D. महाप्राण
उत्तर : - अघोष
Q 31 . अघोष वर्ण कौन सा है ?
A. अ
B. ह
C. ज
D. स
उत्तर : - अ
Q 32 . निम्न में से कौन सा वर्ण घोष है
A. प
B. ट
C. द
D. फ
उत्तर : - द
उच्चारण के आधार पर ध्वनि ( व्यंजनों) का वर्गीकरण
संयुक्त ध्वनि,
द्वित्व ध्वनि ,
संयुक्ताक्षर
1. संयुक्त व्यंजन:- जो व्यंजन दो या दो से अधिक व्यंजनों के मेल से बनते हैं, वे संयुक्त व्यंजन कहलाते हैं।
ये संख्या में चार हैं :
क्ष = क् + ष + अ = क्ष (रक्षक, भक्षक, क्षोभ, क्षय)
त्र = त् + र् + अ = त्र (पत्रिका, त्राण, सर्वत्र, त्रिकोण)
ज्ञ = ज् + ञ + अ = ज्ञ (सर्वज्ञ, ज्ञाता, विज्ञान, विज्ञापन)
श्र = श् + र् + अ = श्र (श्रीमती, श्रम, परिश्रम, श्रवण)
कुछ लोग ज् + ञ = ज्ञ का उच्चारण ‘ग्य’ करते हैं।
संयुक्त व्यंजन में पहला व्यंजन स्वर रहित तथा दूसरा व्यंजन स्वर सहित होता है।
2. द्वित्व व्यंजन:- जब शब्द में एक ही वर्ण दो बार मिलकर प्रयुक्त हो तब उसे द्वित्व व्यंजन कहते हैं।
जैसे- बिल्ली में ‘ल’ और पक्का में ‘क’ का द्वित्व प्रयोग है।
द्वित्व व्यंजन में भी पहला व्यंजन स्वर रहित तथा दूसरा व्यंजन स्वर सहित होता है।
3. संयुक्ताक्षर :- जब एक स्वर रहित व्यंजन अन्य स्वर सहित व्यंजन से मिलता है, तब वह संयुक्ताक्षर कहलाता हैं।
जैसे- क् + त = क्त = संयुक्त
स् + थ = स्थ = स्थान
स् + व = स्व = स्वाद
द् + ध = द्ध = शुद्ध
यहाँ दो अलग-अलग व्यंजन मिलकर कोई नया व्यंजन नहीं बनाते।
वर्णों की मात्राएँ
व्यंजन वर्णों के उच्चारण में जिन स्वरमूलक चिह्नों का व्यवहार होता है, उन्हें ‘मात्राएँ’ कहते हैं।
दूसरे शब्दो में- स्वरों के व्यंजन में मिलने के इन रूपों को भी ‘मात्रा’ कहते हैं, क्योंकि मात्राएँ तो स्वरों की होती हैं।
ये मात्राएँ दस है;
जैसे- ा े, ै ो ू इत्यादि।
ये मात्राएँ केवल व्यंजनों में लगती हैं; जैसे- का, कि, की, कु, कू, कृ, के, कै, को, कौ इत्यादि।
स्वर वर्णों की ही हस्व-दीर्घ (छंद में लघु-गुरु) मात्राएँ होती हैं, जो व्यंजनों में लगने पर उनकी मात्राएँ हो जाती हैं। हाँ, व्यंजनों में लगने पर स्वर उपयुक्त दस रूपों के हो जाते हैं।
हलंत
हलंत - व्यंजनों के नीचे जब एक तिरछी रेखा ( ् ) लगाई जाय, तब उसे हलंत कहते हैं।
दूसरे शब्दों में- कोई व्यंजन स्वर से रहित है, यह संकेतित करने के लिए उसके नीचे एक तिरछी रेखा ( ् ) खींच देते हैं। इसे हलंत कहते हैं।
प्रायः इसका उपयोग उसी स्थिति में किया जाता है जब ऐसा वर्ण शब्द के अंत में आए।
जैसे- अर्थात् । यों शब्द के बीच में प्रयुक्त वर्ण को भी हलंत किया जा सकता है।
जैसे- ‘विद्या’ को ‘विद्या’ भी लिखा जा सकता हैं।
‘हलंत’ लगाने का अर्थ है कि व्यंजन में स्वरवर्ण का बिलकुल अभाव है या व्यंजन आधा हैं।
हिन्दी के नये वर्ण:हिन्दी वर्णमाला में पाँच नये व्यंजन-
क्ष, त्र, ज्ञ, ड़ और ढ़ – जोड़े गये हैं। किन्तु, इनमें प्रथम तीन स्वतंत्र न होकर संयुक्त व्यंजन हैं, जिनका खण्ड किया जा सकता हैं।
जैसे-
क्+ष =क्ष;
त्+र=त्र;
ज्+ञ=ज्ञ।
अतः क्ष, त्र और ज्ञ की गिनती स्वतंत्र वर्णों में नहीं होती। ड और ढ के नीचे बिन्दु लगाकर दो नये अक्षर ड़ और ढ़ बनाये गये हैं। ये संयुक्त व्यंजन हैं।
चंद्रबिंदु :- जब किसी स्वर का उच्चारण नासिका और मुख दोनों से किया जाता है तब उसके ऊपर चंद्रबिंदु (ँ) लगा दिया जाता है। यह अनुनासिक कहलाता है। जैसे-हँसना, आँख। हिन्दी वर्णमाला में 11 स्वर तथा 33 व्यंजन गिनाए जाते हैं, परन्तु इनमें ड़्, ढ़् अं तथा अः जोड़ने पर हिन्दी के वर्णों की कुल संख्या 48 हो जाती है।
उपरोक्त पर आधारित मिश्रित - प्रश्न
Q 33. निम्न में से किसे हिन्दी की मानक वर्णमाला में स्थान नहीं दिया गया है
A. लृ
B. कृ
C. श्री
D. ड़
उत्तर : -. श्री
Q 34. ‘घ’ का उच्चारण स्थान कौन सा है
A. मूद्र्धा
B. कंठ
C. तालु
D. दन्त्य
उत्तर : - कंठ
Q 35 .हिन्दी शब्दकोष में ‘क्ष’ का क्रम किस वर्ण के बाद आता है
A. क
B. छ
C. त्र
D. ज्ञ
उत्तर : -क
Q 36 . निम्न में स्पर्श संघर्षी व्यजंन कौन से हैं
A. ल,र,व,य
B. च,छ,ज,झ
C. क,ट,त,प
D. ख़,फ़,ज़
उत्तर : - च,छ,ज,झ
Q 37. निम्न में संघर्षी व्यजंन कौन से हैं
A. ऊष्म व्यंजन
B. ख़,फ़,ज़ एवं अन्तःस्थ वर्ण
C. ऊष्म व्यंजन एवं ख़,फ़,ज़
D. उपरोक्त में से कोई नहीं
उत्तर : -C. ऊष्म व्यंजन एवं ख़,फ़,ज़
Q 38. जिन शब्दों के अंत में ‘अ’ आता है,उन्हें क्या कहते हैं
A. अनुस्वार
B. अयोगवाह
C. अंतःस्थ
D. अकारांत
उत्तर : -अकारांत
Q 39. निम्न में अघोष वर्ण कौन सा है
A.च
B.अ
C.ह
D म
उत्तर : - च
Q 40. 'क्ष' किसके संयोग से बना है
A.क् + ष
B.क् + श
C.क् + छ
D.क् + च
उत्तर : - क् + ष
Q 41.उच्चारण स्थान के आधार पर बताइये कि मूर्धन्य व्यंजन कौन से हैं
A.च, ज्
B.ट ड
C. त, द
D. क, ख
उत्तर : -ट ड
Q 42 .निम्न में से ऊष्म व्यंजन है
A.ह
B.ख
C न
D.झ
उत्तर : - ह
Q 43 . निम्न में से महाप्राण वर्ण कौन सा नहीं है
A.अ, आ
B. छ, झ
C. प, ब
D. थ, ध
उत्तर : - प, ब
Q 44 . निम्न में सयुंक्त स्वर है
A .ए
B. आ
C. ऊ
D. ई
उत्तर : -ए
Q 45 . निम्न में कौन सा सघोष वर्ण है
A.इ
B.क
C.फ
D.छ
उत्तर : - इ
Q 46 .निम्न में से पंचम वर्ण कौन सा है
A.ण
B.ध
C. स
D. फ
उत्तर : - ण
Q 47 . निम्न में से मूर्धन्य ध्वनि कौन सी है
A. द
B. ष
C. च
D.ए
उत्तर : - ष
Q 48 . निम्न में अयोगवाह वर्ण कौन से हैं
A.ई ई
B. अ आ
C. अं अः
D. फ़, व
उत्तर : अं अः-
Q 49 .निम्न में से अर्धस्वर कहलाता हैं
A.व
B. ल
C. र
D. क्ष
उत्तर : -व
Q 50 . निम्न में से घोष वर्ण कौन-सा है?
A.थ
B.ज
C.च
D.ट
उत्तर : -ज
51 . नवीनतम हिंदी वर्णमाला में कुल वर्णों की संख्या है
51
52
44
46
उत्तर : - 52
आज का प्रश्न
इनमें संयुक्त व्यंजन कौन - सा है ?
ड़
ज्ञ
ढ़
ङ
उत्तर : - ज्ञ
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