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Which of the following books is called the ‘Bible of Socialism’? / निम्नलिखित में से किस पुस्तक को 'समाजवाद की बाइबिल' कहा जाता है?

Which of the following books is called the ‘Bible of Socialism’? / निम्नलिखित में से किस पुस्तक को ‘समाजवाद की बाइबिल’ कहा जाता है?

(1) Economics of Welfare /  अर्थशास्त्र का कल्याण
(2) Das Capital /  दास कैपिटल
(3) Value and Capital /  मूल्य और पूंजी
(4) Asian Drama /  एशियाई नाटक

(SSC CGL Tier-I (CBE) Exam. 03.09.2016)

Answer / उत्तर : – 

(2) Das Capital /  दास कैपिटल

Explanation / व्याख्यात्मक विवरण :- 

(2) In 1867, Karl Marx wrote the first volume of Capital: Critique of Political Economy (Das Kapital) which became known as the “Bible of the Working Class” or the “Bible of Socialism.” The book is a foundational theoretical text in communist philosophy, economics and politics. It offered a critique of the political economy of capitalism. / (२) १ 2६67 में, कार्ल मार्क्स ने कैपिटल: क्रिटिक ऑफ़ पॉलिटिकल इकोनॉमी (दास कपिटल) का पहला खंड लिखा, जिसे “वर्किंग क्लास की बाइबल” या “समाजवाद की बाइबल” के रूप में जाना जाता है। पुस्तक साम्यवादी दर्शन, अर्थशास्त्र में एक मूलभूत सैद्धांतिक पाठ है और राजनीति। इसने पूंजीवाद की राजनीतिक अर्थव्यवस्था की आलोचना की।

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