निर्देश :- अनुच्छेद पर आधारित पांच प्रश्न दिए गए हैं अनुच्छेद को ध्यान से पढ़िए तथा प्रत्येक प्रश्न के उत्तर के लिए चार चार विकल्पों में से उचित विकल्प का चयन कीजिए उसके बाद उत्तर पत्रिका में तदनुसार काला कीजिए
धर्म और विज्ञान में परंपरा से विरोध माना जाता रहा है । कहा जाता है कि धर्म की उत्पत्ति भय से हुई है और वह तर्कहीन विश्वास पर आश्रित है , विज्ञान की उत्पत्ति सत्य के प्रति जिज्ञासा से हुई है और उसे हर बात में तर्क , बुद्धि और प्रमाण की अपेक्षा होती है । धर्म एक सर्वशक्तिमान , अनादि और अनंत ईश्वर की कल्पना करके मनुष्य को असहाय कर देता है ; विज्ञान ईश्वर जैसी किसी बाह्म संस्था को स्वीकार नहीं करता । धर्म मनुष्य को अध्यात्मिक बनाता है ; विज्ञान का विकास विशुद्ध भौतिकवादी होने में है । परलोक में स्वर्ग का आकर्षक और नर्क का भय उत्पन्न ने करके धर्म मनुष्य से नाना प्रकार के अंधविश्वास पूर्ण कृत्य करता है ; विज्ञान ना परलोक में विश्वास करता है और ना ही स्वर्ग या नरक में । इतने सब विरोधी कथनों के बावजूद धर्म और विज्ञान का गहरा संबंध है । धर्म और विज्ञान एक ही सिक्के के दो पहलू हैं । दोनों का लक्ष्य सत्य के रूप का उद्घाटन करना है । हां ,दोनों की प्रणालियां अलग-अलग हैं यदि सर्वेक्षण किया जाए तो मानव जाति पर आज धर्म के बदले विज्ञान का प्रभुत्व फैला हुआ है।
01 लेखक के अनुसार विज्ञान किस पर आश्रित है ?
तर्कहीन विश्वास
प्रमाण
भय
ईश्वर की कल्पना
उत्तर :-प्रमाण
02. विज्ञान और धर्म दोनों का अंतिम लक्ष्य है
ईश्वर - प्राप्ति
आध्यात्मिकता
भौतिकवाद
सत्य की खोज
उत्तर :-सत्य की खोज
03. “एक ही सिक्के के दो पहलू “ का तात्पर्य है
दोगुना लाभ
धन की वर्षा
एक विषय के प्रति दो दृष्टिकोण
हार- जीत का फैसला
उत्तर :- एक विषय के प्रति दो दृष्टिकोण
04 .मनुष्य अंधविश्वासी कैसे बन जाता है ?
स्वयं को असहाय मानकर
स्वर्ग के आकर्षण से
नरक के भय से
उपयुक्त तीनों कारणों से
उत्तर :-उपयुक्त तीनों कारणों से
05. विज्ञान किस पर विश्वास करता है
परलोक
सत्य
स्वर्ग
नरक
उत्तर :-सत्य
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