गुर्वर्पण का संधि विच्छेद (gurvarpan ka sandhi vichchhed) : - - www.studyandupdates.com

Sunday

गुर्वर्पण का संधि विच्छेद (gurvarpan ka sandhi vichchhed) : -

Sandhi vichchhed  - संधि विच्छेद




गुरु + अर्पण     – गुर्वर्पण

स्वर संधि



संधि का प्रकार :-  यण स्वर संधि     (उ , ऊ + अन्यस्वर = व ) 




यण संधि – ‘इ’  , ‘ई’  के पश्चात विजातीय स्वर हो तो ‘य’ तथा ‘उ’ , ‘ऊ’  के पश्चात अन्य स्वर हो तो ‘व’ तथा ‘ऋ’  के पश्चात अन्य स्वर हो तो ‘र’ हो  जाता है।







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