A commercial bank law creates credit only if it has / एक वाणिज्यिक बैंक कानून केवल तभी क्रेडिट बनाता है जब उसके पास
(1) Cash in the vault / तिजोरी में नकद
(2) Excess reserves / अतिरिक्त भंडार
(3) Permission of Reserve Bank of India / भारतीय रिजर्व बैंक की अनुमति
(4) Cooperation of other banks / अन्य बैंकों का सहयोग
(SSC Section Officer (Audit) Exam. 05.06.2005)
Answer / उत्तर : –
(1) Cash in the vault / तिजोरी में नकद
Explanation / व्याख्यात्मक विवरण :-
A commercial bank is a pro?t-seeking business ?rm, dealing in money and credit. It is a ?nancial institution dealing in money in the sense that it accepts deposits of money from the public to keep them in its custody for safety. So also, it deals in credit, i.e., it creates credit by making advances out of the funds received as the deposits to needy people. So it creates credit from the cash deposits with it. / एक वाणिज्यिक बैंक एक प्रो-टी-चाहने वाला व्यवसाय है, जो पैसे और क्रेडिट में काम करता है। यह एक वित्तीय संस्था है जो धन का व्यापार इस अर्थ में करती है कि यह जनता से धन जमा स्वीकार करती है ताकि उन्हें सुरक्षा के लिए अपनी हिरासत में रखा जा सके। इसी तरह, यह क्रेडिट में भी काम करता है, यानी, यह जरूरतमंद लोगों को जमा के रूप में प्राप्त धन से अग्रिम बनाकर क्रेडिट बनाता है। तो यह इसके साथ नकद जमा से क्रेडिट बनाता है।
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