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Forced Savings refer to / जबरन बचत का संदर्भ लें

Forced Savings refer to / जबरन बचत का संदर्भ लें

(1) Reduction of consumption consequent to a rise in prices / कीमतों में वृद्धि के परिणामस्वरूप खपत में कमी
(2) Taxes on individual income and wealth / व्यक्तिगत आय और धन पर कर
(3) Compulsory deposits imposed on income tax payers / आयकर दाताओं पर लगाया गया अनिवार्य जमा
(4) Provident fund contribution of private sector employees / निजी क्षेत्र के कर्मचारियों का भविष्य निधि योगदान

(SSC Graduate Level Tier-I Exam. 19.05.2013)

Answer / उत्तर : – 

(1) Reduction of consumption consequent to a rise in prices / कीमतों में वृद्धि के परिणामस्वरूप खपत में कमी

Explanation / व्याख्यात्मक विवरण :- 

Forced saving is an economic situation in which consumers spend less than their disposable income, not because they want to save but because the goods they seek are not available or because goods are too expensive. In a free economy, this situation would normally result in increase in prices and inflow of more goods. / जबरन बचत एक आर्थिक स्थिति है जिसमें उपभोक्ता अपनी डिस्पोजेबल आय से कम खर्च करते हैं, इसलिए नहीं कि वे बचत करना चाहते हैं, बल्कि इसलिए कि वे जो सामान चाहते हैं वह उपलब्ध नहीं है या क्योंकि सामान बहुत महंगा है। एक मुक्त अर्थव्यवस्था में, इस स्थिति के परिणामस्वरूप आम तौर पर कीमतों में वृद्धि और अधिक माल की आमद होती है।

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