Sandhi vichchhed - संधि विच्छेद
पितृण का संधि विच्छेद = पितृ + ऋण (ऋ + ऋ = ऋ)
संधि का प्रकार :- दीर्घ स्वर सन्धि
दीर्घ स्वर सन्धि : - जब दो शब्दों की संधि करते समय (अ, आ) के साथ (अ, आ) हो तो ‘आ‘ बनता है, जब (इ, ई) के साथ (इ, ई) हो तो ‘ई‘ बनता है, जब (उ, ऊ) के साथ (उ, ऊ) हो तो ‘ऊ‘ बनता है।
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