The most significant Act which declared that the sovereignty of the British Empire in India was in the hands of the British Crown was /सबसे महत्वपूर्ण अधिनियम जिसने घोषित किया कि भारत में ब्रिटिश साम्राज्य की संप्रभुता ब्रिटिश क्राउन के हाथों में थी?
(1) the Company’s Charter Act of 1813 / कंपनी का चार्टर अधिनियम 1813
(2) the Company’s Charter Act of 1853 / कंपनी का चार्टर अधिनियम1853
(3) the Indian Councils Act of 1851 / भारतीय परिषद अधिनियम 1851
(4) None of these / इनमें से कोई नहीं
(SSC Combined Matric Level (PRE) Exam. 12.05.2002 (IInd Sitting)
Answer / उत्तर :-
(4) None of these / इनमें से कोई नहीं
Explanation / व्याख्या :-
The Government of India Act 1858 was an Act of the Parliament of the United Kingdom passed on August 2, 1858. Its provisions called for the liquidation of the British East India Company (who had up to this point been ruling British India under the auspices of Parliament) and the transference of its functions to the British Crown. The Act provided that the Company’s territories in India were to be vested in the Queen, the Company ceasing to exercise its power and control over these territories. India was to be governed in the Queen’s name. / भारत सरकार अधिनियम 1858., २ अगस्त1858. को पारित यूनाइटेड किंगडम की संसद का एक अधिनियम था। इसके प्रावधानों ने ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी (जो इस बिंदु तक ब्रिटिश भारत पर किसके तत्वावधान में शासन कर रही थी) के परिसमापन का आह्वान किया। पार्लियामेंट) और इसके कार्यों का ब्रिटिश क्राउन को हस्तांतरण। अधिनियम में प्रावधान था कि भारत में कंपनी के क्षेत्र रानी में निहित होंगे, कंपनी इन क्षेत्रों पर अपनी शक्ति और नियंत्रण का प्रयोग करना बंद कर देगी। रानी के नाम पर भारत का शासन होना था।
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