Question / प्रश्न : - किसे भारी जल कहा जाता है ? / What is called heavy water?
Answer / उत्तर – ड्यूटोरियम आक्साइड / deuterium oxide
ऐसा जल जिसमे 99 प्रतिशत से अधिक अणु D2O के होते हैं उसको भारी जल के नाम से जाना जाता है, इसका घनत्व (1.1044) सामान्य जल (1.0) से अधिक होता है। / Water in which more than 99 percent of the molecules are of D2O is known as heavy water, its density (1.1044) is higher than that of normal water (1.0).
भारी जल का व्यावसायिक उत्पादन मुख्यतः रासायनिक विधि से किया जाता है जिसमे गतिज समस्थानिक प्रभाव (Kinetic Isotope Effect) तकनीक का प्रयोग होता है। भारी जल का मुख्य उपयोग नाभिकीय संयन्त्रों में होने वाली नाभिकीय विघटन क्रियाओं के दौरान उत्पन्न न्यूट्रॉन को अवशोषित करने के लिये मंदक के रूप में होता है। जिससे की नाभिकीय ऊर्जा का नियन्त्रित उत्पादन और शान्तिपूर्ण उपयोग किया जा सके। यहाँ भारी जल के स्थान पर साधारण जल का भी प्रयोग किया जा सकता है लेकिन उस परिदृश्य में संयन्त्र में यूरेनियम 235 का ही प्रयोग किया जा सकता है, क्योंकि साधारण जल भारी जल की अपेक्षा अधिक न्यूट्रॉन अवशोषित कर लेता है। / Commercial production of heavy water is mainly done by chemical method in which Kinetic Isotope Effect technique is used. The main use of heavy water is as a moderator to absorb neutrons produced during nuclear disintegration processes in nuclear plants. So that the controlled production and peaceful use of nuclear energy can be done. Here ordinary water can also be used in place of heavy water, but in that scenario only uranium 235 can be used in the plant, because ordinary water absorbs more neutrons than heavy water.
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