Question / प्रश्न : - मानव शरीर में सबसे बड़ी धमनी है / The largest artery in the human body is
Answer / उत्तर – महाधमनी / Aorta
The aorta is the largest artery, in which the left ventricle pumps blood for distribution to the whole body. The aorta breaks into arteries and finally to a very fine structure known as arterioles.
The aorta is the largest and main artery of the body, which starts from the left ventricle of the heart and from which oxygen-mixed blood carries oxygen throughout the body's tissues. This artery carries systemic and pulmonary blood and, passing through the somatic cells and venous system, returns to the right auricle of the heart. From the left ventricle, where its diameter is usually three centimeters, it enters the abdominal cavity through the left side of the dorsal vertebrae in the thorax and the right and left iliac ( iliac) divides into arteries. For simplicity, it is divided into ascending aorta, arch of aorta and descending thoracic and abdominal aorta. Structure of the aorta (planar)
At the opening of the origin of the aorta, there are three hemispherical and pocket-shaped valves, which are called Tricuspid valves. The concave part of these valves remains towards the heart. At the time of transfusion from the left ventricle, due to blood pressure, the main of these valves opens, due to which blood flows from the heart to the aorta, but in the opposite case when there is diastole in the left ventricle, then the recoil of the aorta occurs. Due to which the blood pressure shifts from the aorta to the heart. This causes all three valves to swell with blood pressure and close, so that the direction of circulation is not reversed and blood cannot return from the aorta to the left ventricle. Yes, when inflammation occurs due to disease in the valves, in that case the valves do not function properly and their mouth is left open and blood circulation happens in the opposite direction. Due to this, the blood again enters the left ventricle from the aorta, due to which there is distortion in blood circulation and disease starts to arise.
महाधमनी सबसे बड़ी धमनी है, जिसमें बायां वेंट्रिकल पूरे शरीर में वितरण के लिए रक्त पंप करता है। महाधमनी धमनियों में टूट जाती है और अंत में एक बहुत ही महीन संरचना में बदल जाती है जिसे धमनी के रूप में जाना जाता है।
महाधमनी (Aorta) शरीर की सबसे बड़ी तथा मुख्य धमनी है, जो हृदय के बाएँ निलय (ventricle) से आरंभ होती है तथा जिसमें से ऑक्सीजनमिश्रित रक्त सारे शरीर की ऊतकों में ऑक्सीजन का संचारण करता है। यह धमनी दैहिक (systemic) एवं फुफ्फुसीय (pulmonary) रक्त परिवहन करती है तथा दैहिक कोशिकाओं और शिरातंत्रों से होती हुई, पुन: हृदय के दाहिने अलिंद (auricle) में वापस जाती है। बाएँ निलय से, जहाँ इसका व्यास प्राय: तीन सेंटीमीटर होता है, निकल तथा कुछ ऊपर चढ़कर, धनुषाकार मुड़कर, वक्ष में पृष्ठ कशेरुकाओं (vertebra) के बाईं ओर से उदरगुहा में प्रवेश करती है तथा चौथी कटि कशेरुका के पास दाहिनी तथा बाईं श्रोणिफलक (iliac) धमनियों में विभक्त हो जाती है। सरलता के लिये इसे अधिरोही महाधमनी, महाधमनी की चाप (arch) तथा अवरोही वक्षीय और उदरीय महाधमनी में विभाजित करते हैं। महाधमनी की संरचना (योजनामूलक)
महाधमनी के उद्गम भाग के छिद्र पर, अर्धगोलाकार तथा जेब के आकार के तीन वाल्व हैं, जिन्हें त्रिवलन कपाट (Tricuspid valves) कहते हैं। इन वाल्वों का नतोदर भाग हृदय की ओर रहता है। बाएँ निलय से रक्तपरिवतन के समय रुधिर चाप के कारण इन वाल्वों का मुख्य खुल जाता है, जिससे हृदय से महाधमनी में रक्तसंचारक होता है, पर विपरीत दशा में जब बाएँ निलय में अनुशिथिलन (diastole) रहता है, तब महाधमनी के स्थितिस्थापक प्रतिक्षेप (recoil) के कारण रक्तचाप महाधमनी से हृदय की ओर हो जाता है। इस कारण तीनों वाल्व रक्तचाप से फूलकर बंद हो जाते हैं, जिससे रक्त संचरण की दिशा विपरीत नहीं होती और रक्त महाधमनी से बाएँ निलय में वापस नहीं आ सकता है। हाँ, कपाटिकाओं में जब रोग के कारण शोथ आदि उत्पन्न हो जाता है, उस दशा में वाल्व ठीक कार्य नहीं करते तथा उनका मुख खुला रह जाने से रक्तसंचारण विपरीत दिशा में होता है। इससे रक्त पुन: महाधमनी से बाएँ निलय में प्रवेश करता है, जिसके कारण रक्त संचालन में विकृति होती है तथा रोग उत्पन्न होने लगता है।
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