Question / प्रश्न : - विटामिन-A का रासायनिक नाम है / The chemical name of Vitamin A is
Answer / उत्तर – रेटिनॅाल / Retinol
Vitamin A Vitamin A is found in two forms, retinol and carotene. Vitamin A is very important for the eyes. This vitamin helps in maintaining the normal functioning of many organs in the body such as skin, hair, nails, glands, teeth, gums and bones. Vitamin A deficiency causes most eye diseases, such as night blindness, spots in the white part of the eye. It also helps in maintaining the level of calcium in the blood and strengthens the bones.
Source: Beetroot, carrot, cheese, milk, tomato, green vegetables, yellow colored fruits should be eaten so that there is no deficiency of vitamin A in the body. Vitamin A is found in abundance in it, which supplies it in the body.
Vitamin B Vitamin B helps in making and repairing the genes, DNA found in our cells. It has many complexes, B1, B2, B3, B5, B6, B7 and B12. It helps to form some elements of the intellect, spinal cord and nerves. Red blood cells are also formed from this. Its deficiency can lead to many dangerous diseases like beri beri, skin diseases, anemia, retardation. There may also be a genetic reason for this. Intestinal and weight loss surgery can also be responsible for this. Its deficiency becomes common among vegetarians because this vitamin is mostly found in animals.
Source Vitamin B is mostly found in non-vegetarian foods like fish, meat, egg etc. Herbivores, its supply is partially found in milk and products made from it, underground vegetables, potatoes, carrots, radishes.
Vitamin C Vitamin C forms compounds and supports the basic chemical reactions of the body. To transmit messages to nerves or to conduct energy to cells, etc. Vitamin C is essential for the normal functioning of the human body. It is ascorbic acid which is found in all kinds of citrus fruits like lemon, orange, guava, seasonal etc. Vitamin C deficiency can lead to a disease called scurvy, in which problems like fatigue, muscle weakness, joint and muscle pain, bleeding gums and rashes in the legs occur.
Due to the deficiency of vitamin C, the body also loses the power to fight against minor diseases, which results in diseases. Sources of Vitamin C Citrus juicy fruits such as amla, orange, lemon, orange, plum, jackfruit, mint, grapefruit, tomato, guava, apple, milk, beet, amaranth and spinach are good sources of vitamin C. Apart from this, vitamin C is also found in pulses. Vitamin K is fat soluble, its deficiency causes blood clotting to stop. Its sources are green vegetables, sprouted gram and fruits.
Vitamin-D The best source of vitamin D is the sun's rays. When the exposed skin of our body comes in contact with the ultraviolet rays of the sun, then these rays get absorbed in the skin and form Vitamin D. If the ultra-violet rays of the sun fall on the exposed skin of the body for ten to fifteen minutes twice a week, then the body's vitamin D is replenished.
Due to its deficiency, the bones become weak, the bones of the hands and feet also become crooked. As obesity increases, the level of vitamin D in the body decreases, people who are suffering from diseases like obesity, they should reduce the obesity along with fulfilling the deficiency of vitamin D. Source The sun is considered the best source of vitamin D. Apart from this, vitamin D is also found in milk, eggs, chicken, soybean and fish.
Vitamin E Vitamin E plays a major role in keeping the body's immunity strong, protecting the body from allergies, controlling cholesterol. Vitamin E is a fat soluble vitamin. It also acts as an antioxidant. It has eight forms. Its deficiency leads to a decrease in fertility.
Source Vitamin E is found in eggs, dried nuts, almonds and walnuts, sunflower seeds, green leafy vegetables, sweet potatoes, diced in mustard. Apart from this, vitamin E is found in vegetable oil, wheat, green greens, gram, barley, dates, rice starch.
विटामिन- A विटामिन ए दो फार्म में पाए जाते हैं, रेटिनॉल और कैरोटीन। विटामिन ए आंखों के लिए बहुत जरूरी होता है। यह विटामिन शरीर में अनेक अंगों जैसे त्वचा,बाल, नाखून, ग्रंथि, दांत, मसूड़ा और हड्डी को सामान्य रूप में बनाए रखने में मदद करता है। विटामिन ए की कमी से ज्यादातर आंखों की बीमारियां होती हैं, जैसे रतौंधी, आंख के सफेद हिस्से में धब्बे। यह रक्त में कैल्शियम का स्तर बनाए रखने में भी मदद करती है और हड्डियों को मजबूत करती है।
स्रोत शरीर में विटामिन ए की कमी न होने के लिए चुकंदर, गाजर, पनीर, दूध, टमाटर, हरी सब्जियां, पीले रंग के फल खाने चाहिए। इसमें विटामिन ए भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो शरीर में इसकी पूर्ति करता है।
विटामिन- B विटमिन बी हमारी कोशिकाओं में पाए जाने वाले जीन, डीएनए को बनाने और उनकी मरम्मत में सहायता करता है। इसके कई काम्पलेक्स होते हैं, बी1, बी2, बी3, बी5, बी6, बी7 और बी12। यह बुद्धि, रीढ़ की हड्डी और नसों के कुछ तत्वों को बनाने में मदद करता है। लाल रक्त कणिकाओं का निर्माण भी इसी से होता है। इसकी कमी से बेरी बेरी, त्वचा की बीमारियां, एनीमिया, मंदबुद्धि जैसी कई खतरनाक बीमारियां हो सकती हैं। इसका आनुवंशिक कारण भी हो सकता है। आंतों एवं वजन घटाने की सर्जरी कराना भी इसके लिए जिम्मेदार हो सकता है। शाकाहारी लोगों में इसकी कमी आम बात हो जाती है क्योंकि यह विटामिन ज्यादातर जानवरों में पाया जाता है।
स्रोत विटामिन बी ज्यादातर मांसाहारी पदार्थों जैसे मछली, मीट, अंडा आदि में पाया जाता है। शाकाहारी लोग इसकी आपूर्ति दूध और इससे बनने वाले उत्पादों, जमीन के अंदर उगने वाली सब्जियों आलू, गाजर, मूली में आंशिक रूप से पाया जाता है।
विटामिन- C विटामिन सी शरीर की मूलभूत रासायनिक क्रियाओं में यौगिकों का निर्माण और उन्हें सहयोग करता है। तंत्रिकाओं तक संदेश पहुंचाना या कोशिकाओं तक ऊर्जा प्रवाहित करना आदि। विटामिन सी मानव शरीर के सामान्य कामकाज के लिए आवश्यक है। यह एस्कॉर्बिक अम्ल होता है जो कि हर तरह के सिट्रस फल में जैसे, नींबू, संतरा, अमरूद, मौसमी आदि में पाया जाता है। विटामिन सी की कमी से स्कर्वी नामक रोग हो सकता है, जिसमें शरीर में थकान, मासंपेशियों की कमजोरी, जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द, मसूढ़ों से खून आना और टांगों में चकत्ते पड़ने जैसी दिक्कतें हो जाती हैं।
विटामिन सी की कमी से शरीर छोटी छोटी बीमारियों से लड़ने की ताकत भी खो देता है, जिसका नतीजा बीमारियों के रूप में सामने आता है। स्रोत विटामिन सी खट्टे रसदार फल जैसे आंवला, नारंगी, नींबू, संतरा, बेर, कटहल, पुदीना, अंगूर, टमाटर, अमरूद, सेब, दूध, चुकंदर, चौलाई और पालक विटामिन सी के अच्छे स्रोत हैं। इसके अलावा दालों में भी विटामिन सी पाया जाता है। विटामिन के वसा में घुलनशील है, इसकी कमी से रक्त का थक्का जमना बंद हो जाता है। इसके स्त्रोत हरी सब्जियां, अंकुरित चने और फल हैं।
विटामिन- D विटामिन डी का सबसे अच्छा स्त्रोत सूर्य की किरणें हैं। जब हमारे शरीर की खुली त्वचा सूरज की अल्ट्रावायलेट किरणों के संपर्क में आती है तो ये किरणें त्वचा में अवशोषित होकर विटामिन डी का निर्माण करती हैं। अगर सप्ताह में दो बार दस से पंद्रह मिनट तक शरीर की खुली त्वचा पर सूर्य की अल्ट्रा वायलेट किरणें पड़ती हैं तो शरीर की विटामिन डी की पूर्ति हो जाती है।
इसकी कमी से हड्डियां कमजोर हो जाती हैं, हाथ और पैर की हड्डियां टेढ़ी भी हो जाती हैं। मोटापा बढ़ने के साथ ही शरीर में विटामिन डी का स्तर कम होता जाता है, जो लोग मोटापे जैसी बीमारी से ग्रस्त है उन्हें विटामिन डी की कमी को पूरा करने के साथ-साथ मोटापे को भी कम करना चाहिए। स्रोत सूर्य विटामिन डी का सबसे अच्छा स्त्रोत माना जाता है। इसके अलावा दूध, अंडे, चिकन, सोयाबीन और मछलियों में भी विटामिन डी पाया जाता है।
विटामिन E विटामिन ई शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत बनाए रखने, शरीर को एलर्जी से बचाए रखने की, कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखने में प्रमुख भूमिका निभाता है। विटामिन ई वसा में घुलनशील विटामिन है। यह एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में भी कार्य करता है। इसके आठ रूप होते हैं। इसकी कमी से जनन शक्ति में कमी आ जाती है।
स्रोत विटामिन ई अंडे, सूखे, मेवे, बादाम और अखरोट, सूरजमुखी के बीज, हरी पत्तेदार सब्जियां, शकरकंद, सरसों में पासा जाता है। इसके अलावा विटामिन ई वनस्पति तेल, गेंहू, हरे साग, चना, जौ, खजूर, चावल के मांड़ में पाया जाता है।
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