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निकट दृष्टि दोष दूर करने के लिए किसका उपयोग किया जाता है / What is used to correct myopia




Question / प्रश्न : - निकट दृष्टि दोष दूर करने के लिए किसका उपयोग किया जाता है / What is used to correct myopia



Answer / उत्तर – अवतल लेंस / Concave lens



A concave lens is a lens that possesses at least one surface that curves inwards. It is a diverging lens, meaning that it spreads out light rays that have been refracted through it. A concave lens is thinner at its centre than at its edges, and is used to correct short-sightedness (myopia).

Myopia is medically termed as myopia, in which there is trouble in seeing distant things clearly. In myopia, an increase in the size of the eyeball causes the image to be slightly forward instead of on the retina. Due to this, distant objects appear blurry and indistinct, but there is no problem in seeing nearby objects. It is estimated that 20-30 percent of India's population is suffering from myopia.


Myopia occurs when the pupil of the eye becomes too long or the curvature of the cornea (the outermost protective layer of the eye) is greatly increased. Due to this, the light that enters the eye is not focused properly, due to which the images are focused slightly ahead of the retina. This makes the vision blurry. When the problem of myopia increases, the risk of cataract and glaucoma increases.


Myopia can develop slowly or rapidly. This problem increases rapidly in children as their body and eyes are developing. Enlargement of the eyes can lead to severe stretching of the cornea and retina. However, children who have myopia tend to have stable vision by the time they are eighteen years old.


According to a study conducted by Delhi-based, All India Institute of Medical Sciences (AIIMS), 17 percent of children in the age group of 5-15 years in India suffer from nearsightedness.


due to nearsightedness


Nearsightedness is the leading cause of vision loss worldwide. Genetic factors, environmental conditions and lifestyle play an important role in this.


It runs in the family. If either of your mother or father has this problem then your risk for it increases. The risk is increased if both parents have myopia.

Spending more time in front of the screen (TV, computer, mobile).

Not keeping the required distance from books or screens increases the risk of myopia.

Some studies have shown that spending less time in natural light increases the risk of myopia.


अवतल लेंस एक ऐसा लेंस होता है जिसमें कम से कम एक सतह होती है जो अंदर की ओर झुकती है। यह एक अपसारी लेंस है, जिसका अर्थ है कि यह प्रकाश किरणों को फैलाता है जिन्हें इसके माध्यम से अपवर्तित किया गया है। एक अवतल लेंस इसके किनारों की तुलना में इसके केंद्र में पतला होता है, और इसका उपयोग अदूरदर्शिता (मायोपिया) को ठीक करने के लिए किया जाता है।


निकट दृष्टि दोष को चिकित्सीय भाषा में मायोपिया कहते हैं, इसमें दूर की चीजों को स्पष्ट रूप से देखने में परेशानी आती है। मायोपिया में आंख की पुतली (आई बॉल) का आकार बढ़ने से प्रतिबिंब रेटिना पर बनने के बजाय थोड़ा आगे बनता है। ऐसा होने से दूर की वस्तुएं धुंधली और अस्पष्ट दिखाई देती हैं, लेकिन पास की वस्तुएं देखने में कोई परेशानी नहीं होती है। एक अनुमान के अनुसार भारत की 20-30 प्रतिशत जनसंख्या मायोपिया से पीड़ित है।


मायोपिया तब होता है, जब आंख की पुतली बहुत लंबी हो जाती है या कार्निया (आंखों की सबसे बाहरी सुरक्षात्मक परत) की वक्रता बहुत बढ़ जाती है। इससे जो रोशनी आंखों में प्रवेश करती है वो ठीक प्रकार से फोकस नहीं होती है, जिससे प्रतिबिंब रेटिना के थोड़ा आगे फोकस होते हैं। इससे नज़र धुंधली हो जाती है। जब मायोपिया की समस्या बहुत बढ़ जाती है तो मोतियाबिंद और ग्लुकोमा होने का खतरा बढ़ जाता है।


मायोपिया धीरे-धीरे या तेजी से विकसित हो सकता है। बच्चों में यह समस्या तेजी से बढ़ती है क्योंकि उनका शरीर और आंखें विकसित हो रही होती हैं। आंखों का आकार बढ़ने से कार्निया और रेटिना में तेज खिंचाव हो सकता है। हालांकि, जिन बच्चों को मायोपिया है अट्ठारह वर्ष की आयु होने तक उनका दृष्टि स्थिर हो जाती है।


दिल्ली स्थित, ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस (एम्स) द्वारा किए गए एक अध्ययन के अनुसार, भारत में 5-15 वर्ष की आयुवर्ग के 17 प्रतिशत बच्चे निकट दृष्टि दोष से पीड़ित हैं।


निकट दृष्टि दोष के कारण

निकट दृष्टि दोष विश्वभर में दृष्टि प्रभावित होने का सबसे प्रमुख कारण है। अनुवांशिक कारण, पर्यावर्णीय स्थितियां और जीवनशैली इसमें महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।


यह परिवार में चलता है। अगर आपके माता या पिता दोनों में से किसी को यह समस्या है तो आपके लिए इसका खतरा बढ़ जाता है। अगर माता-पिता दोनों को निकट दृष्टि दोष है तो खतरा अधिक बढ़ जाता है।

स्क्रीन (टीवी, कम्प्युटर, मोबाइल) के सामने अधिक समय बिताना।

किताबों या स्क्रीन से आवश्यक दूरी न रखना मायोपिया के खतरे को अधिक बढ़ा देता है।

कुछ अध्ययनों में यह बात सामने आई है कि प्रकृतिक रोशनी में कम समय बिताने से मायोपिया का खतरा बढ़ जाता है।







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