'नवल सुन्दर श्याम-शरीर की सजल नीरद सी कल क्रान्ति थी' , इस पंक्ति में कौन सा अलंकार है一
- उपमा अलंकार
- रूपक अलंकार
- श्लेष अलंकार
- उत्प्रेक्षा अलंकार
उत्तर- उपमा अलंकार
उपमा अलंकार - ऐसा अलंकार जिसमें काव्य में जब किसी व्यक्ति या वस्तु की तुलना दूसरे समान गुण वाले व्यक्ति या वस्तु से की जाती है।
'नवल सुंदर श्याम शरीर की, सजल नीरद सी कल- कांति थी। में उपमा अलंकार है।
जिस प्रकार आभूषण से नारी का लावण्य बढ़ जाता है, उसी प्रकार अलंकार से कविता की शोभा बढ़ जाती है। अलंकार, कविता-कामिनी के सौन्दर्य को बढ़ाने वाले तत्व होते हैं। काव्य में जब किसी व्यक्ति या वस्तु की तुलना दूसरे समान गुण वाले व्यक्ति या वस्तु से की जाती है तब उपमा अलंकार होता है।
उदाहरण- सीता के पैर कमल समान है, हरि पद कोमल कमल से।
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