"पापी मनुज भी आज मुख से, राम नाम निकालते" ,इस पंक्ति में कौन सा अलंकार है ? ("paapee manuj bhee aaj mukh se, raam naam nikaalate" ,is pankti mein kaun sa alankaar hai?) - www.studyandupdates.com

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"पापी मनुज भी आज मुख से, राम नाम निकालते" ,इस पंक्ति में कौन सा अलंकार है ? ("paapee manuj bhee aaj mukh se, raam naam nikaalate" ,is pankti mein kaun sa alankaar hai?)

"पापी मनुज भी आज मुख से, राम नाम निकालते" ,इस पंक्ति में कौन सा अलंकार है?

  1. उदाहरण अलंकार
  2. विरोधाभास अलंकार
  3. दृष्टांत अलंकार
  4. विभावना अलंकार

उत्तर- दृष्टांत अलंकार




दिए गये वाक्य में एक तरफ पापी मनुज की बात की गयी है और दूसरी तरफ राम नाम की बात की गयी है। दोनों आपस में विरोधी कथ्य हैं। इस आधार पर यहाँ विरोधाभास अलंकार है। इसके अतिरिक्त जहाँ कारण के बिना कार्य होने का वर्णन हो, वहाँ ‘विभावना’ अलंकार होता है। जहाँ किसी बात को स्पष्ट करने के लिए सादृश्यमूलक दृष्टांत प्रस्तुत किया जाता है, वहाँ दृष्टान्त अलंकार होता है।



दृष्टांत अलंकार की परिभाषा – दृष्टांत उपमेय वाक्य और उपमान वाक्य तथा उनके साधारण धर्मों में, बिना वाचक शब्द का प्रयोग किए, बिंब-प्रतिबिंब भाव होने पर दृष्टांत अलंकार होता है।


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