"पट पीत मानहुं तडित रूचि, सूचि नौमि जनक सुतावरं" , इस पंक्ति में कौन सा अलंकार है 一
- उपमा अलंकार
- रूपक अलंकार
- उत्प्रेक्षा अलंकार
- उदाहरण अलंकार
उत्तर- उपमा अलंकार
उपमा अलंकार की परिभाषा :- जब दो अलग अलग वस्तुओं में उनके रूप, गुण, व समान धर्म के कारण समानता दिखाई जाती है वहाँ पर उपमा अलंकार होता है।
सरल शब्दों में कहें तो जब दो अलग अलग वस्तुओं को एक समान बताने का प्रयास किया जाता है वहां पर उपमा अलंकार होता है।
कंदर्प अगणित अमित छवि, नवनील-नीरद सुन्दरम्। पट पीत मानहु तड़ित रुचि शुचि नौमि जनक सुतावरम्॥ भावार्थ :- उनके सौंदर्य की छटा अगणित कामदेवों से बढ़कर है, उनके शरीर का नवीन-नील-सजल मेघ समान सुंदर वर्ण (रंग) है, उनका पीताम्बर शरीर में मानो बिजली के समान चमक रहा है, तथा ऐसे पावन रूप जानकीपति श्री राम जी को मैं नमस्कार करता हूं..
No comments:
Post a Comment