Who is believed by the Jainas to be the first Tirthankar?/जैनियों द्वारा प्रथम तीर्थंकर किसे माना जाता है?
- Rishabhadeva/ ऋषभदेव
- Mahavira/महावीर
- Neminath/नेमिनाथ
- Parshvanath/ पार्श्वनाथ
Answer / उत्तर :-
Rishabhadeva/ ऋषभदेव
Explanation / व्याख्या :-
According to Jaina Text, the first and founder of Jain religion is Rishabhadeva. There are 24 Tirthankaras in Jain religion in which Neminath was 22nd Tirthankara, Parshvanath 23rd and last and 24th Tirthanka is Mahavira/जैन ग्रन्थ के अनुसार जैन धर्म के प्रथम एवं संस्थापक ऋषभदेव हैं। जैन धर्म में 24 तीर्थंकर हैं जिनमें नेमिनाथ 22वें तीर्थंकर, पार्श्वनाथ 23वें और अंतिम तथा 24वें तीर्थंकर महावीर हैं।
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