Jonaraja, in his Rajatarangini, continued the historical narration of Kalhana upto/ जोनराजा ने अपनी राजतरंगिणी में कल्हण का ऐतिहासिक वर्णन जारी रखा - www.studyandupdates.com

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Jonaraja, in his Rajatarangini, continued the historical narration of Kalhana upto/ जोनराजा ने अपनी राजतरंगिणी में कल्हण का ऐतिहासिक वर्णन जारी रखा

Jonaraja, in his Rajatarangini, continued the historical narration of Kalhana upto/ जोनराजा ने अपनी राजतरंगिणी में कल्हण का ऐतिहासिक वर्णन जारी रखा

  1.  Jayasimha/ जयसिम्हा
  2.  Sultan Sikandar/सुल्तान सिकंदर
  3.  Sultan Zainul Abidin/सुल्तान ज़ैनुल आबिदीन
  4.  Muhammad shah/मुहम्मद शाह

Answer / उत्तर :-

Sultan Zainul Abidin/सुल्तान ज़ैनुल आबिदीन

 

 

 

Explanation / व्याख्या :-

 Jonaraja, in his Rajatarangini continued the historical narration of Kalhana up to Sultan Zainul Abidin. Rajatarangini, which consists of 7,826 verses, is divided into eight books. Book I attempts to weave imaginary tales of Kashmir kings into epic legends. Gonanda was the first king and a contemporary and enemy of the Hindu deity Krishna. /जोनाराजा ने अपनी राजतरंगिणी में कल्हण का ऐतिहासिक वर्णन सुल्तान ज़ैनुल आबिदीन तक जारी रखा। राजतरंगिणी, जिसमें 7,826 छंद हैं, आठ पुस्तकों में विभाजित है। पुस्तक I में कश्मीर के राजाओं की काल्पनिक कहानियों को महाकाव्य कथाओं में पिरोने का प्रयास किया गया है। गोनंद पहला राजा और हिंदू देवता कृष्ण का समकालीन और शत्रु था

 

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