In the context of Indian history, the principle of “Dyarchy (diarchy)” refers to/ भारतीय इतिहास के सन्दर्भ में “द्वैध शासन (द्वैध शासन)” के सिद्धांत का तात्पर्य है - www.studyandupdates.com

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In the context of Indian history, the principle of “Dyarchy (diarchy)” refers to/ भारतीय इतिहास के सन्दर्भ में “द्वैध शासन (द्वैध शासन)” के सिद्धांत का तात्पर्य है

In the context of Indian history, the principle of “Dyarchy (diarchy)” refers to/ भारतीय इतिहास के सन्दर्भ में “द्वैध शासन (द्वैध शासन)” के सिद्धांत का तात्पर्य है

  1. Division of the central legislature into two houses/केन्द्रीय विधानमण्डल का दो सदनों में विभाजन
  2. Introduction of double government i.e., Central and State governments./दोहरी सरकार अर्थात केंद्र और राज्य सरकारों का परिचय।
  3. Having two sets of rulers; one in London and another in Delhi./शासकों के दो सेट होना; एक लंदन में और दूसरा दिल्ली में।
  4. Division of the subjects delegated to the provinces into two categories. Government of India and the Indian States./प्रांतों को सौंपे गए विषयों का दो श्रेणियों में विभाजन। भारत सरकार और भारतीय राज्य।

Answer / उत्तर :-

Division of the subjects delegated to the provinces into two categories. Government of India and the Indian States./प्रांतों को सौंपे गए विषयों का दो श्रेणियों में विभाजन। भारत सरकार और भारतीय राज्य।

 

 

 

Explanation / व्याख्या :-

Government of India act 1919 provided for dyarchy in provinces i.e. provincial subjects were classified into two parts 1) transferred and 2) reserved./भारत सरकार अधिनियम 1919 में प्रांतों में द्वैध शासन का प्रावधान किया गया अर्थात प्रांतीय विषयों को दो भागों 1) हस्तांतरित और 2) आरक्षित में वर्गीकृत किया गया।

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