‘It would be quite impossible for a few hundred British to administer against the active opposition of the whole of the politically minded of the population/ ‘कुछ सौ ब्रिटिशों के लिए संपूर्ण राजनीतिक विचारधारा वाले लोगों के सक्रिय विरोध के विरुद्ध शासन करना काफी असंभव होगा
- Jawaharlal Nehru in April, 1947 in an address to Congressmen at Lucknow/अप्रैल, 1947 में जवाहरलाल नेहरू लखनऊ में कांग्रेसियों को एक संबोधन में
- Clement Attlee January, 1947 in a private letter addressed to Ernest Bevin/क्लेमेंट एटली जनवरी, 1947 अर्नेस्ट बेविन को संबोधित एक निजी पत्र में
- Lord Mountbatten in December, 1946 in a note given to British Parliament/लॉर्ड माउंटबेटन ने दिसंबर, 1946 में ब्रिटिश संसद को दिए एक नोट में कहा था
- Viceroy Wavell in January, 1946 in a letter to Secretary of State/जनवरी, 1946 में वायसराय वेवेल ने राज्य सचिव को एक पत्र लिखा
Answer / उत्तर :-
Clement Attlee January, 1947 in a private letter addressed to Ernest Bevin/क्लेमेंट एटली जनवरी, 1947 अर्नेस्ट बेविन को संबोधित एक निजी पत्र में
Explanation / व्याख्या :-
This statement was made by Clement Attlee.He was a British Labour Partyleader and prime minister of Britain during the period of 1945-51.He was known for the granting of independence to India.यह बयान क्लेमेंट एटली ने दिया था। वह 1945-51 की अवधि के दौरान ब्रिटिश लेबर पार्टी के नेता और ब्रिटेन के प्रधान मंत्री थे। उन्हें भारत को स्वतंत्रता दिलाने के लिए जाना जाता था।
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