Which one of the following social reformers strongly opposed Jury Act of 1826? /निम्नलिखित में से किस समाज सुधारक ने 1826 के जूरी अधिनियम का कड़ा विरोध किया?
- Ishwar Chandra Vidyasagar/ईश्वर चंद्र विद्यासागर
- Raja Ram Mohan Roy/राजा राम मोहन राय
- Mahadev Govind Ranade/महादेव गोविंद रानाडे
- Rajnarayan Basu/राजनारायण बसु
Answer / उत्तर :-
Raja Ram Mohan Roy/राजा राम मोहन राय
Explanation / व्याख्या :-
Ram Mohan Roy who began his reforming activities by preaching the unity of Godhead, drew up a petition against the Jury Act of 1827. Mr. Wynn, President of the Board of Control in his famous Jury Act (1827) rendered every Hindu or Muslim subject to trial by Christian Jurors either European or Indian, but the Christians including the na¬tive Christians were made exempt from trial by non-Christian Jurors, whether Hindus or Muslims/राम मोहन रॉय, जिन्होंने ईश्वरत्व की एकता का उपदेश देकर अपनी सुधार गतिविधियाँ शुरू कीं, ने 1827 के जूरी अधिनियम के खिलाफ एक याचिका दायर की। नियंत्रण बोर्ड के अध्यक्ष श्री व्यान ने अपने प्रसिद्ध जूरी अधिनियम (1827) में प्रत्येक हिंदू या मुस्लिम विषय का प्रतिपादन किया। यूरोपीय या भारतीय ईसाई जूरी सदस्यों द्वारा मुकदमा चलाया जाना था, लेकिन मूल ईसाइयों सहित ईसाइयों को गैर-ईसाई जूरी सदस्यों द्वारा मुकदमे से छूट दी गई थी, चाहे वे हिंदू हों या मुस्लिम
No comments:
Post a Comment