Jorwe culture was a Chalcolithic archaeological site located in the present day Indian state of ____. / जोर्वे संस्कृति एक ताम्रपाषाण पुरातात्विक स्थल था जो वर्तमान भारतीय राज्य ____ में स्थित है।
(a) Maharashtra / महाराष्ट्र
(b) Assam / असम
(c) Gujarat / गुजरात
(d) Bihar / बिहार
SSC CGL (Tier-I) – 11/06/2019 (Shift-I)
Answer / उत्तर :-
(a) Maharashtra / महाराष्ट्र
Explanation / व्याख्या :-
Jorwe culture is copper age culture. This culture was discovered by M.N. Desh Pandey. ‘Jorwe’ is a village and archaeological site located on the bank of ‘Pravara’, a tributary of the Godavari River in Ahmednagar district of Maharashtra, where remains of the Jorwe culture has been found. This culture developed predominantly in western Maharashtra. The major sites of Jorwe culture are Chandoli, Sonegaon, Inamgaon, Jorwe, Nashik and Dayamabad etc. The time period of Jorwe culture is believed to be from 1400 to 700 BCE.
जोर्वे संस्कृति ताम्रयुगीन संस्कृति है। इस संस्कृति की खोज एम.एन. ने की थी। देश पांडे. ‘जोर्वे’ महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में गोदावरी नदी की सहायक नदी ‘प्रवरा’ के तट पर स्थित एक गाँव और पुरातात्विक स्थल है, जहाँ जोर्वे संस्कृति के अवशेष पाए गए हैं। यह संस्कृति मुख्यतः पश्चिमी महाराष्ट्र में विकसित हुई। जोर्वे संस्कृति के प्रमुख स्थल चंदोली, सोनेगांव, इनामगांव, जोर्वे, नासिक और दयामाबाद आदि हैं। जोर्वे संस्कृति का समय 1400 से 700 ईसा पूर्व माना जाता है।
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