A type of court called ‘Kantakasodhana’ was prevalent in the –––– Empire. / -साम्राज्य में ‘कण्टकशोधन’ नामक एक प्रकार का दरबार प्रचलित था।
(a) Rashtrakuta / राष्ट्रकूट
(b) Kushana / कुषाण
(c) Mauryan / मौर्य
(d) Chola / चोल
SSC CGL–(Tier-I) 20/08/2021 (Shift I)
Answer / उत्तर :-
(c) Mauryan / मौर्य
Explanation / व्याख्या :-
Kantakasodhana literally means “removal of the thorns”, is used with reference to criminal justice. The main objective of Kantakasodhana was to allow people to live in peace and abide by the laws as envisaged in Dhamasastra. In Arthashastra, Kautilya mentions the cases that are subject to Kantakasodhana.
कंटकशोधन का शाब्दिक अर्थ है “कांटों को हटाना”, जिसका उपयोग आपराधिक न्याय के संदर्भ में किया जाता है। कंटकशोधन का मुख्य उद्देश्य लोगों को शांति से रहने और धमशास्त्र में परिकल्पित कानूनों का पालन करने की अनुमति देना था। अर्थशास्त्र में कौटिल्य ने उन मामलों का उल्लेख किया है जो कंटकशोधन के अधीन हैं।
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