Buddhism was divided into Mahayana and Hinayana during the reign of which of the following rulers? / निम्नलिखित में से किस शासक के शासनकाल में बौद्ध धर्म महायान और हीनयान में विभाजित हो गया?
(a) Kanishka / कनिष्क
(b) Chandragupta II / चंद्रगुप्त द्वितीय
(c) Ashoka / अशोक
(d) None of these / इनमें से कोई नहीं
SSC JE Civil – 25/01/2018 (Shift-II)
Answer / उत्तर :-
(a) Kanishka / कनिष्क
Explanation / व्याख्या :-
During the reign of Kanishka the ruler of the Kushan dynasty the fourth Buddhist Council was held at Kundalvan in Kashmir. It was headed by Vasumitra and its Vice President was Ashvaghosh. Buddhism, in this committee was divided into two sects Hinayana and Mahayana. It is known that the followers who accepted the original objectives of Buddha without any change were called Hinyani. Those who changed the rigid and traditional rules of Buddism were called Mahayani.
कुषाण वंश के शासक कनिष्क के शासनकाल के दौरान चौथी बौद्ध संगीति कश्मीर के कुंडलवन में आयोजित की गई थी। इसके अध्यक्ष वसुमित्र थे तथा उपाध्यक्ष अश्वघोष थे। इस समिति में बौद्ध धर्म दो सम्प्रदायों हीनयान एवं महायान में विभाजित हो गया। ज्ञातव्य है कि जिन अनुयायियों ने बुद्ध के मूल उद्देश्यों को बिना किसी परिवर्तन के स्वीकार कर लिया, वे हीनयानी कहलाये। बौद्ध धर्म के कठोर एवं पारंपरिक नियमों को बदलने वाले महायानी कहलाये।
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