The twelfth century witnessed the emergence of a new movement in Karnataka, led by a Brahmana named Basavanna (1106–68) who was initially a Jain and a minister in the court of a ......... king. / बारहवीं शताब्दी में कर्नाटक में एक नए आंदोलन का उदय हुआ, जिसका नेतृत्व बसवन्ना (1106-68) नामक एक ब्राह्मण ने किया, जो शुरू में एक जैन था और एक ......... राजा के दरबार में मंत्री था। - www.studyandupdates.com

Wednesday

The twelfth century witnessed the emergence of a new movement in Karnataka, led by a Brahmana named Basavanna (1106–68) who was initially a Jain and a minister in the court of a ......... king. / बारहवीं शताब्दी में कर्नाटक में एक नए आंदोलन का उदय हुआ, जिसका नेतृत्व बसवन्ना (1106-68) नामक एक ब्राह्मण ने किया, जो शुरू में एक जैन था और एक ......... राजा के दरबार में मंत्री था।

The twelfth century witnessed the emergence of a new movement in Karnataka, led by a Brahmana named Basavanna (1106–68) who was initially a Jain and a minister in the court of a ……… king. / बारहवीं शताब्दी में कर्नाटक में एक नए आंदोलन का उदय हुआ, जिसका नेतृत्व बसवन्ना (1106-68) नामक एक ब्राह्मण ने किया, जो शुरू में एक जैन था और एक ……… राजा के दरबार में मंत्री था।

(a) Chola / चोल
(b) Chalukya / चालुक्य
(c) Maurya / मौर्य
(d) Gupta / गुप्ता

(SSC J.E. 02.03.17, 10:00 am)

Answer / उत्तर :-

(b) Chalukya / चालुक्य

Explanation / व्याख्या :-

Mahatma Basveshwar / Basavanna / Bhaktibhandari was an Indian 12th century statesman, philosopher, poet, social reformer and Lingayat saint. He focussed Bhakti movement, and Hindu Shaivite social reformer during the reign of the Kalyani Chalukya/Kalachuri dynasty. Mahatma Basveshwar spread social awareness through his poetry, popularly known as Vachanaas. He rejected gender of social discrimination, superstitions and rituals but introduced Ishtalinga necklace, with an image of the Shiva Linga, to every person regardless of his or her birth, to be a constant reminder of one’s bhakti (devotion) to Shiva. Mahatma Basveshwar literary works include the Vachana Sahitya in Kannada Language. In fact, Basavanna was the Prime Minsiter of King Bijjala II of the Kalachuri dynasty, a feudatory of the Kalyani Chalukya.

महात्मा बसवेश्वर / बसवन्ना / भक्तिभंडारी 12वीं सदी के एक भारतीय राजनेता, दार्शनिक, कवि, समाज सुधारक और लिंगायत संत थे। उन्होंने कल्याणी चालुक्य/कलचुरी राजवंश के शासनकाल के दौरान भक्ति आंदोलन और हिंदू शैव समाज सुधारक पर ध्यान केंद्रित किया। महात्मा बसवेश्वर ने अपनी कविता, जिसे वचन के नाम से जाना जाता है, के माध्यम से सामाजिक जागरूकता फैलाई। उन्होंने सामाजिक भेदभाव, अंधविश्वासों और रीति-रिवाजों के लिंग को खारिज कर दिया, लेकिन शिव लिंग की छवि के साथ इष्टलिंग हार को हर व्यक्ति को उसके जन्म की परवाह किए बिना पेश किया, ताकि वह शिव के प्रति किसी की भक्ति (भक्ति) की निरंतर याद दिला सके। महात्मा बसवेश्वर की साहित्यिक कृतियों में कन्नड़ भाषा में वचन साहित्य शामिल है। वास्तव में, बसवन्ना कल्याणी चालुक्य के सामंत, कलचुरी राजवंश के राजा बिज्जला द्वितीय के प्रधान मंत्री थे।

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