______ organised his trusted nobles into a group of forty known as Turkan-i-Chahalgani. / ______ ने अपने भरोसेमंद सरदारों को चालीस के एक समूह में संगठित किया जिसे तुर्कान-ए-चहलगानी के नाम से जाना जाता है।
(a) Qutub-ud-Din Aibak / कुतुब-उद-दीन ऐबक
(b) Balban / बलबन
(c) Iltutmish / इल्तुतमिश
(d) Ala-ud-Din Khilji / अलाउद्दीन खिलजी
SSC CGL–(Tier-I) 16/08/2021 (Shift II)
Answer / उत्तर :-
(c) Iltutmish / इल्तुतमिश
Explanation / व्याख्या :-
Turkan–i–Chahalgani is also known as the Corps of Forty (Chalisa Dal) was a group of 40 Nobles/Amirs, organised by Shamsuddin Iltutmish. He was the second ruler of the Mamluk dynasty. Later on the ‘Chalisa Dal” was dissolved by Balban.
तुर्कान-ए-चहलगानी को कॉर्प्स ऑफ फोर्टी (चालीसा दल) के रूप में भी जाना जाता है, जो शम्सुद्दीन इल्तुतमिश द्वारा आयोजित 40 रईसों/अमीरों का एक समूह था। वह मामलुक वंश का दूसरा शासक था। बाद में बलबन ने ‘चालीसा दल’ को भंग कर दिया।
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