The Dargah of Sheikh Khwaja Qutbuddin Bakhtiyar Kaki is located in : / शेख ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह स्थित है: - www.studyandupdates.com

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The Dargah of Sheikh Khwaja Qutbuddin Bakhtiyar Kaki is located in : / शेख ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह स्थित है:

The Dargah of Sheikh Khwaja Qutbuddin Bakhtiyar Kaki is located in : / शेख ख्वाजा कुतुबुद्दीन बख्तियार काकी की दरगाह स्थित है:

(a) Ajmer / अजमेर
(b) Ajodhan / अजोधन
(c) Delhi / दिल्ली
(d) Agra / आगरा

SSC MTS 02/08/2019 (Shift-III)

Answer / उत्तर :-

(c) Delhi / दिल्ली

Explanation / व्याख्या :-

The tomb of Qutb-ud-din Bakhtiyar Kaki is located in Mehrauli, is the oldest Dargah in Delhi. He was the disciple of another famous sufi saint Hazrat Moinuddin Chishti whose dargah in Ajmer attracts a huge following of believers as the head of the Chishti order. He was born in 1173 AD in Kyrgyzstan. His original name was Bakhtiyar and later on he was given the title Qutbuddin. His most famous disciple and spiritual successor was Nizamuddin Auliya, who himself was the spiritual master of Amir Khusraw and Nasiruddin Chirag-e-Delhi.

कुतुब-उद-दीन बख्तियार काकी का मकबरा महरौली में स्थित है, जो दिल्ली की सबसे पुरानी दरगाह है। वह एक अन्य प्रसिद्ध सूफी संत हजरत मोइनुद्दीन चिश्ती के शिष्य थे, जिनकी अजमेर स्थित दरगाह चिश्ती संप्रदाय के प्रमुख के रूप में बड़ी संख्या में अनुयायियों को आकर्षित करती है। उनका जन्म 1173 ई. में किर्गिस्तान में हुआ था। उनका मूल नाम बख्तियार था और बाद में उन्हें कुतुबुद्दीन की उपाधि दी गई। उनके सबसे प्रसिद्ध शिष्य और आध्यात्मिक उत्तराधिकारी निज़ामुद्दीन औलिया थे, जो स्वयं अमीर खुसरो और नसीरुद्दीन चिराग-ए-दिल्ली के आध्यात्मिक गुरु थे।

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