Who propounded the "Doctrine of Passive Resistance? / "निष्क्रिय प्रतिरोध का सिद्धांत" किसने प्रतिपादित किया?
(a) Balgangadhar Tilak / बालगंगाधर तिलक
(b) Aurobindo Ghosh / अरबिंदो घोष
(c) Lala Lajpat Rai / लाला लाजपत राय
(d) Bipin Chandra Pal / बिपिन चंद्र पाल
SSC CGL (TIER-1) 11-09-2016, 4:15 pm
Answer / उत्तर :-
(b) Aurobindo Ghosh / अरबिंदो घोष
Explanation / व्याख्या :-
The Doctrine of "Passive Resistance" was highlighted by Aurobindo Ghosh. Aurobindo was against the moderates theory of "Politics of Petition" along with Tilak belonged to the Extremist section. In place of "prayer, petition, protest and please" he advocated the more radical policy of boycott.
"निष्क्रिय प्रतिरोध" के सिद्धांत पर अरबिंदो घोष ने प्रकाश डाला था। अरबिंदो उदारवादी "याचिका की राजनीति" के सिद्धांत के खिलाफ थे, जबकि तिलक चरमपंथी धारा से संबंधित थे। "प्रार्थना, याचिका, विरोध और कृपया" के स्थान पर उन्होंने बहिष्कार की अधिक कट्टरपंथी नीति की वकालत की।
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