Who among the following is known as the 'father of Muslim renaissance' in Bengal ? / निम्नलिखित में से किसे बंगाल में 'मुस्लिम पुनर्जागरण के जनक' के रूप में जाना जाता है?
(a) Nawab Salimullah Khan / नवाब सलीमुल्लाह खान
(b) Nawab Abdul Latif Khan / नवाब अब्दुल लतीफ खान
(c) Ameer Ali / अमीर अली
(d) Sir Sayed Ahmed Khan / सर सैयद अहमद खान
SSC CGL (Tier-I)-2019 – 04/03/2020 (Shift-III)
Answer / उत्तर :-
(b) Nawab Abdul Latif Khan / नवाब अब्दुल लतीफ खान
Explanation / व्याख्या :-
Nawab Abdul Latif Khan is known as the 'Father of Muslim Renaissance' in Bengal. Nawab Abdul Latif Khan: (1828-1893) was a prominent personality of mid 19th century Bengal. He was the pioneer of Muslim modernization and the architect of the Muslim Renaissance. He has been compared to Raja Ram Mohan Roy as Nawab Abdul was considered as the greatest Muslim Reformer of his times. He persuaded Muslim Community who were opposed to English education due to a combination of social, economic and religious reasons to understand the importance of English education and take part in politics. He also founded Mohammadan Literary Society in April 1863. He also proposed an new syllabus for the madarsha that included arithmetic, algebra geometry, philosophy with moral.
नवाब अब्दुल लतीफ खान को बंगाल में 'मुस्लिम पुनर्जागरण के जनक' के रूप में जाना जाता है। नवाब अब्दुल लतीफ खान: (1828-1893) 19वीं सदी के मध्य बंगाल के एक प्रमुख व्यक्तित्व थे। वे मुस्लिम आधुनिकीकरण के अग्रदूत और मुस्लिम पुनर्जागरण के वास्तुकार थे। उनकी तुलना राजा राम मोहन राय से की जाती है क्योंकि नवाब अब्दुल को अपने समय का सबसे बड़ा मुस्लिम सुधारक माना जाता था। उन्होंने मुस्लिम समुदाय को राजी किया जो सामाजिक, आर्थिक और धार्मिक कारणों से अंग्रेजी शिक्षा का विरोध कर रहे थे ताकि वे अंग्रेजी शिक्षा के महत्व को समझें और राजनीति में भाग लें। उन्होंने अप्रैल 1863 में मोहम्मडन लिटरेरी सोसाइटी की भी स्थापना की। उन्होंने मदरसे के लिए एक नया पाठ्यक्रम भी प्रस्तावित किया जिसमें अंकगणित, बीजगणित, ज्यामिति, दर्शन और नैतिकता शामिल थी।
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